Amarnath Accident: दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा (Amarnath cave) के पास शुक्रवार शाम बादल (Cloudburst) फट गया. जिसके बाद चारों तरफ तबाही का मंजर देखने को मिला. बादल फटने से अचानक आई बाढ़ से 16 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि 41 लोग लापता हैं, जबकि 9 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
इसके बाद यात्रा स्थगित कर दी गई. जबकि सेना, पुलिस, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के हजारों जवान हेलीकॉप्टर, आधुनिक उपकरण और खोजी कुत्तों की मदद से मलबे में दबे और बाढ़ में बह गए लोगों को ढूंढ़ने में जुटे हुए हैं. दिल्ली से भी श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए निकले थे. इनमें से कुछ हादसों के शिकार भी हुए हैं.
दोनों परिवारों को दिए 10-10 लाख रुपये- सीएम
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने सोमवार को ऐसे मृत लोगों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें सहायता राशि के चेक सौंपे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के लिए दिल्ली से दो महिलाएं गईं थीं. मैंने उनके परिवार के लोगों से मुलाकात की है। सरकार की तरफ से दोनों परिवारों को 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि देंगे अगर आगे भी पता चलता है तो हम उन परिवार वालों को भी यही राशि देंगे.
मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी
भारतीय सेना समेत सात एजेंसियां पूरी ताकत के साथ राहत और बचाव अभियान चला रही हैं और मलबा और पत्थर हटा रही हैं. सेना ने ऑपरेशन में तेजी देने के लिए पवित्र गुफा में जेसीबी और अर्थमूवर जैसी मशीनें लाई हैं. जिसे मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए विशेष ग्राउंड राडार का इस्तेमाल किया जा रहा है. भारतीय सेना लापता लोगों को खोजने के लिए हैंडहेल्ड ग्राउंड रडार का इस्तेमाल कर रही है. इनकी मदद से कई घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से अस्पतालों में पहुंचाया गया.
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