Jaipur: बूंदी के एक सरकारी स्कूल की टीचर शोभा कंवर 27 सितंबर को कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) शो में अमिताभ के सामने हॉट सीट पर बैठी थीं। इस दौरान उन्होंने शो में जीते रुपयों को जरूरतमंद बेटियों की शिक्षा पर खर्च करने की मंशा जताई। बिग बी ने उनके प्रयास को सैल्यूट किया। अब अमिताभ ने टीचर शोभा कंवर को भेजे एक लेटर के साथ उनकी मदद के लिए 11 लाख रुपये का चेक भेजा है। बिग-बी शोभा कंवर के बेटियों की शिक्षा को लेकर किए जा रहे प्रयासों से बेहद प्रभावित हैं।
अमिताभ की ओर से शोभा कंवर को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि आदरणीय शोभा जी, अपना पूरा जीवन आपने साधन सुविधाओं के अभाव में अशिक्षित रहने वाली देश की बेटियों को शिक्षित करने में समर्पित किया है, ये बहुत ही प्रशंसनीय और सराहनीय है। इस निःस्वार्थ सेवा के लिए मैं आपके सामने नतमस्तक हूं। आपके इस समर्पण को प्रणाम करते हुए इस पत्र के साथ, भेंट स्वरूप आपके स्कूल के नाम कुछ धनराशि (11 लाख रुपये) प्रेषित कर रहा हूं। इसे स्वीकार करने की कृपा करें। आप निरंतर अपने नेक कार्य में सफल हों। मेरी प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
नवरात्रि स्पेशल एपिसोड में शोभा कंवर राजपूती ड्रेस में अमिताभ बच्चन के साथ नजर आई थीं। शोभा कंवर ने बताया कि वह लैंडलाइन फोन के जमाने से केबीसी में जाने की कोशिश कर रही थीं। पहले वह तीन बार रिजेक्ट हो गई थीं, लेकिन इस बार चौथे प्रयास में वह सफल रहीं। इस दौरान अमिताभ ने कहा था कि यदि एक बालिका भी आपकी इस मदद से पढ़-लिख कर मुकाम हासिल करती है तो उन्हें खुशी होगी। उस समय अमिताभ बच्चन ने सार्वजनिक तौर पर तो कोई घोषणा नहीं की थी, लेकिन बातों ही बातों में जरूर यह कहा था कि मैं आपकी मदद जरूर करूंगा। अब अमिताभ ने शोभा कंवर को 11 लाख रुपये का चेक भेजा है और लेटर लिखकर कहा कि मैं आपके आगे नतमस्तक हूं।
बूंदी जिले के बरूंधन गांव के स्कूल में टीचर और कोटा के कुन्हाड़ी में रहने वाली शोभा कंवर ने केबीसी में 11 सवालों के सही जवाब दिए थे। इस दौरान उन्होंने तीन लाइफ लाइन का इस्तेमाल कर 6.40 लाख रुपये जीते थे। अब अमिताभ बच्चन की तरफ से 11 लाख रुपए का चेक मिलने पर शोभा कंवर ने बताया कि अमिताभ सर ने मुझे 11 लाख का चेक दिया है। अब मैं जरूरतमंद, गरीब और असहाय बेटियों की मदद के लिए एक एनजीओ खोलूंगी। शोभा ने बताया कि मैं 11 साल बाद रिटायर हो जाऊंगी, लेकिन मेरा एनजीओ जिंदगी भर चलेगा। मेरा काम निरंतर प्रगतिशील चलता रहे और इन बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे, इसलिए मैं एनजीओ के माध्यम से मदद करती रहूंगी। अमिताभ की ओर से शोभाकंवर को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि आदरणीय शोभा जी, सादर नमस्कार, हर अच्छे शिक्षक को शिक्षा का महत्व और उसकी शक्ति का पूर्ण आभास रहता है। शिक्षा वो कुंजी है जिससे एक स्वतंत्र जीवन का सुनहरा द्वार खुल सकता है। शिक्षा केवल पढ़ने, लिखने और गणना तक सीमित नहीं है, बल्कि औपचारिक शिक्षा एक बेहतर इंसान और एक बेहतर समाज के निर्माण में काम आने वाले ज्ञान और कला का साधन है। अच्छी शिक्षा इंसान को व्यक्तिगत, सामाजिक और कार्यक्षेत्र में भी उन्नति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ये न केवल हमें हर्षित करती है, हमारी जिज्ञासा को जागृत करती है, बल्कि समस्याओं का सुचारू रूप से समाधान निकालने में और दूसरों की सहायता करने के लिए प्रेरित भी करती है।
शिक्षा के अनेकों फायदों में से एक है कि ये, विद्यार्थियों के लिए एक शिक्षा केंद्र से बाहर भी कई अपरिचित मार्ग खोल देती है। जिसमें चलकर उन्हें देश और दुनिया कि संस्कृति का बोध होता है और उनका व्यक्तित्व भी निखारता है। एक बेटी को शिक्षित करना उसके पूरे परिवार को शिक्षित करने के बराबर है। इस बात को यदि कोई न केवल अच्छे से समझता है बल्कि एक दृढ़ संकल्पित प्रयास भी करता है तो वो हैं…आप। अपना पूरा जीवन आपने साधन सुविधाओं के अभाव में अशिक्षित रहने वाली देश की बेटियों को शिक्षित करने में समर्पित किया है, ये बहुत ही प्रशंसनीय और सराहनीय है। इस निःस्वार्थ सेवा के लिए मैं आपके सामने नतमस्तक हूं।
उल्लेखनीय है कि बरूंधन स्कूल में 450 बच्चे पढ़ते हैं। शोभा कंवर ने स्कूल में बच्चों के लिए डिजिटल रूम, गार्डन ,वाटर कूलर, टीनशेड, लगवाया है। नवरात्रि स्पेशल एपिसोड के दौरान शोभा कंवर ने अमिताभ बच्चन को बरूंधन स्कूल के बच्चों की पीड़ा भी बताई। उन्होंने घोड़ापछाड़ नदी के कारण बरूंधन के दो भागों में बंटे होने और पुलिया नहीं होने के कारण बच्चों के जान जोखिम में डालकर नदी पार कर स्कूल पहुंचने की बात कही थी। इस पर अमिताभ बच्चन ने राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से बच्चों को राहत दिलाने के लिए जल्द पुलिया बनाने की अपील भी की थी।