अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने भगोड़ा घोषित किया है। लेकिन धीरे-धीरे उसके हर एक साथी को गिरफ्तार करती जा रही है। वहीं अबखबर है कि सोमवार को खालिस्तान के समर्थक अमृतपाल सिंह के ड्राइवर और उसके चाचा ने खुद को पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, ड्राइवर हरप्रीत और चाचा हरजीत सिंह ने मेहतपुर में पुलिस के समक्ष सरेंडर किया। अमृतपाल के हरजीत सिंह सलाहाकार थे। शनिवार को अमृतपाल के ट्रेवल कोड पर हरजीत मर्सिडीज कार चला रहा था, वह भी फरार चल रहा था। हरजीत का कहना है कि जब पंजाब पुलिस ने उनका पीछा किया तो वह और अमृतपाल अलग हो गए थे। अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए प्रयास जारी है।
वहीं सुरक्षा कर्मियों ने राज्य के कई हिस्सों में फ्लैग मार्च किया और प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट व एसएमएस सेवा पर लगी रोक सोमवार दोपहर 12 बजे तक बढ़ा दी। पुलिस ने बताया कि शनिवार को गिरफ्तार अमृतपाल के कथित सलाहकार और वित्त प्रदान करने वाले दलजीत सिंह कलसी और तीन अन्य को पंजाब से विशेष विमान के जरिये रविवार को असम ले जाया गया, जहां उन्हें डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारगार में रखा जाएगा। पंजाब पुलिस ने रविवार को बयान जारी कर बताया कि भगोड़े अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं राज्य में शांति और कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करने वाले व्यक्तियों को रोकने के लिए गिरफ्तारियां की जा रही हैं। अब तक उसके 112 समर्थक और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
अमतृराल की गाड़ी हुई बरामद, मिले हथियार
बता दें कि जलंधर में महतपुर के सलीना गांव से अमृतपाल की PB 10 FW6797 नंबर वाली एक लावारिस ईसूजूकर बरामद की गई। बताया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह इसी गाड़ी से भागा था। इस गाड़ी से एक 315 बोर राइफल समेत 57 जिंदा कारतूस, एक तलवार और एक वॉ़की-टॉकी सेट बरामद किया गया है। यह गाड़ी अनोखरवाल के मनप्रीत सिंह की है। उसे भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के मुताबिक , सोशल मीडिया कंपनीयों को भी निगरनी रखने के लिए कहा गया है। पंजाब पुलिस ने राज्य के लोगों से अपील की है कि वे झूठी खबरों और अफवाहो पर ध्यान न दें।
अमृतपाल के घर से AKF मार्क वाली जैकेट्स बरामद
अमृतपाल आनंदपुर खालसा फोर्स नाम से अपना फोर्स बना रहा था। पुलिस ने अमृतपाल के घर से AKF मार्क वाली जैकेट्स बरामद की हैं। उसके जल्लूपुर खेड़ा गांव स्थित घर के गेट और दीवार पर भी AKF लिखवाया गया था। उसके घर और साथियों से बरामद हथियार पर भी AKF लिखा मिला है। यानी इस बात के पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं कि अमृतपाल सिंह आनंदपुर खालसा नाम से प्राइवेट आर्मी बना रहा था। आखिर अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे के अलावा AKF मान का संगठन क्यों खड़ा करना चाहता था? पुलिस इस मामले में गिरफ्तार किए गए उसके साथियों से भी पुछताछ कर रही है।
NSA की कार्रवाई कर सकती है पुलिस
वहीं, इस मामले में केंद्र सरकार और जांच एजेंसियां भी अलर्ट मोड़ पर हैं। केंद्र द्वारा अमृतपाल के मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत केस दर्ज किया जा सकता है। इससे पहले पुलिस ने राज्यव्यापी ऑपरेशन के बीच अमृतपाल को भगोड़ा घोषित कर दिया है. अमृतपाल फरार चल रहा है, उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमार कार्रवाई कर रही हैं. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया है।