उत्तराखंड से अंकिता भंडारी के मामले में बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता के परिवार के लिए मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये के आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। हालांकि बीते दिनों सीएम पुष्कर सिंह धामी पीड़िता के परिवार से मिलने उनके घर गए थे। इस दौरान अकिंता के परिजनों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की थी साथ ही 1 करोड़ रूपए मुआवजे के रूप में देने की बात कही थी। हालांकि सीएम जल्द न्याय का भरोसा दिया है।
वहीं हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने भी पीड़िता के परिजनों को विधायक निधि से 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी है। उमेश कुमार ने इस दौरान कहा है कि जब उन्हें पता चला कि अंकिता का सपना अपनी कमाई से दो कमरों का पक्का मकान बनाने का था। जिसे सुनकर विधायक भावुक हो गए और उन्होंने अकिंता के सपने को पूरा करने के लिए अपनी विधायक निधि से ₹50000 की धनराशि परिजनों को देने का फैसला लिया।
यहीं नहीं इससे पहले खानपुर विधायक ने परिजनों को अपनी तरफ से कानूनी लड़ाई लड़ने का ऑफर भी दिया था।
इसी बीच उमेश कुमार ने कहा कि यदि उत्तराखंड के अन्य 69 विधायक भी अंकिता को ₹50000 की धनराशि अपनी विधायक निधि से देते हैं तो अंकिता का घर बनाने का सपना जरूर पूरा हो जाएगा। जिससे उसके परिजनों को भी बड़ी मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि हम अपनी आंखों में कई सपने लेकर चलते हैं, उनहे पूरा करने के लिए हम हर परिस्थिति से सामना करते है फिर चाहे हम गरिब परिवार से हो या फिर मध्यम परिवार से. हम सबके जिवन में हमारे सपने के साथ एक और चिज है जो हम अपने साथ लेकर चलते हैं वो है मां बाप को हर परिस्थिति में उनको स्पोर्ट करना ताकि वो अब किसी भी तरह की परिस्थिती से ना झूझें। ऐसा ही सपना लेकर निकली थी हमारी अंकिता। लेकिन उसकी मौत के साथ ही उसके सपने दफन हो गए।
वहीं अंकिता भंडारी हत्याकांड से उत्तराखंड में हर तरफ बवाल मचा हुआ है। अंकिता भंडारी की मौत ने उसके दोस्तों और परिचितों को भी सदमे में डाल दिया है। इस बीच उसके एक दोस्त का कहना है कि वह अपने भविष्य को लेकर काफी उत्साहित थी। अंकिता के दोस्त ने बताया कि, “अंकिता अपने भविष्य, अपने करियर को लेकर उत्साहित थी और वह अपने परिवार को सपोर्ट करना चाहती थी.”
हालांकि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।