Ankita Murder Case: अंकिता सिंह हत्याकांड के मामले में अब सियासत गरमा गई है. विपक्ष के नेताओं ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का कहना है, दुमका की घटना ने मानवता, समाज और झारखंड को शर्मसार किया है. आदिवासी लड़कियों और महिलाओं के साथ 1000 से ज्यादा मामले हो चुके हैं. यह कोई साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक खास समुदाय के लोग लव जिहाद के जरिए जनसांख्यिकी बदलना चाहते हैं.
झारखंड (Jharkhand) के दुमका जिले (Dumka) में अंकिता हत्याकांड (Ankita murder) का सीडब्ल्यूसी (CWC) ने संज्ञान लिया है. सीडब्ल्यूसी (Child Welfare Committee) ने कहा कि छात्रा अंकिता क्लास 12 में पढ़ती थी और नाबालिग थी। अंकिता के हत्यारों पर पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। सीडब्ल्यूसी ने कहा कि अंकिता के हाईस्कूल की मार्कशीट पर अंकित जन्मतिथि के मुताबिक वह महज 16 साल की थी.
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, आखिरकार दुमका की बेटी अंकिता रांची के रिम्स में जिंदगी की जंग हार गईं. शाहरुख नाम के एक निर्दयी युवक ने पेट्रोल छिड़क कर उसे आग के हवाले कर दिया था. राज्य सरकार को फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाना चाहिए और हत्यारे को मौत की सजा देनी चाहिए.
अंकिता रिम्स में जिंदगी की जंग हार गई
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का इस मामले को लेकर कहा, इस तरह की खबरें बार-बार पढ़ना घृणित है. ऐसे अपराधों पर जीरो टॉलरेंस होना चाहिए. राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही दयनीय है. आप महिलाओं को शादी के लिए मजबूर नहीं कर सकते और इसलिए लड़की की जान चली गई. हमने डीजीपी से सात दिन में रिपोर्ट मांगी है.
क्या है पूरा मामला
दुमका की रहने वाली 12वीं की स्टूडेंट अंकिता को 23 अगस्त की तड़के शाहरुख नाम के युवक ने जिंदा जला दिया था. आरोप के मुताबिक, अंकिता के कमरे में शाहरुख खिड़की के रास्ते घुसा और पेट्रोल छिड़कर आग लगा दिया. इस वारदात के पांच दिन बाद रांची के रिम्स में अंकिता ने दम तोड़ दिया. अंकिता पर शाहरुख ने फोन पर बात करने का दबाव बनाया था. पुलिस ने आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया था.
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