नई दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज प्रवर्तन निदेशालय (ED)ने आज तीसरा समन भेजा। जिसके बाद भी उन्होंने पूछताछ के लिए पेश होने से इनकार कर दिया। उन्होंने ईडी को पत्र लिखकर पेश ना होने की बात कही।
पत्र लिख बताया ना आने का कारण
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार केजरीवाल ने ईडी को पत्र लिखकर उसके सामने पेश ना होने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि वो ED के जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन यह नोटिस अवैध है, इसलिए वो पेश नहीं होंगे। मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने कहा कि ईडी का इरादा अरविंद को गिरफ्तार करना है। वो आगामी लोकसभा चुनाव में प्रचार प्रसार करने से उन्हे रोकना चाहते है। ज्ञात हो की इससे पहले दों बार 2 नवंबर और 21 दिसंबर को ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को समन भेजा था।
ED के पास अब क्या विकल्प
तीन समन के बाद भी अगर कोई पेश नहीं होता है, तो ईडी के पास अधिकार है कि वो व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकती है। लेकिन ऐसी हालात में ईडी के पास मजबूत और पुख्ता सबूत होने जरूरी है। अगर ईडी के पास मुख्यमंत्री के खिलाफ मजबूत और पुख्ता सबूत है, कि वो अपराध में लिप्त है तो वो किसी भी व्यक्ति जो संवैधानिक पद पर आसीन है उसे गिरफ्तार कर सकता है। लेकिन पुख्ता सबूत के अभाव में ऐसा नहीं किया जा सकता है। ईडी के पास सीएम के आवास पर जाकर उनसे पूछताछ करने का विकल्प भी है।
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अप्रैल में CBI ने केजरीवाल से पूछताछ की
मामले ईडी ने दिल्ली के सीएम से पहले पूछताछ की थी। पिछले साल अप्रैल में शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से CBI ने अपने ऑफिस में करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ की। सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर सीएम केजरीवाल एजेंसी के ऑफिस पहुंचे थे और रात 8:30 बजे एजेंसी के ऑफिस से बाहर आए।