आपको बता दें असम अरूणाचल प्रदेश के साथ 804.10 किमी की अंतर-राज्यीय सीम साझा करते है..20 फरवरी 1987 को अरूणाचल प्रदेश का गठन हुआ था..अरूणाचल प्रदेश दावा है कि पारंपारिक रुप से इसके निवासियों की कुछ भूमि असम को दे दी गई थी..
वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने बताया कि आज जब हमने संवैधानिक सीमा पर चर्चा की तो हमने पाया कि 123 विवादित गांवों में से 28 गांव में अरुणाचल में हैं.. और 6 गांव ऐसे हैं जिनके नाम असम राजस्व रिकॉर्ड में नहीं हैं..ये 34 गांव पहले से ही अरुणाचल प्रदेश का हिस्सा हैं..
उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम और अरुणाचल दोनों राज्य सरकारों को अपने सीमा विवाद को हल करने का सुझाव दिया है..
बीते दिनों सीमा विवादों के समाधान हेतु अरुणाचल प्रदेश और असम की सरकारों ने ज़िला स्तरीय समितियों को गठित करने का निर्णय लिया था..एक त्रिपक्षीय समिति ने सिफारिश की थी कुछ क्षेत्रों को असम से अरुणाचल में स्थानांतरित किया जाए..इस मुद्दे को लेकर दोनों राज्यों न्यायालय की शरण में है..
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच सीमा विवाद को हल करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं..अब सिर्फ 86 गांवों में विवाद है, 123 गांव में नहीं..यह ऐतिहासिक है