Maharashtra Elections 2024: समाजवादी पार्टी का ऐलान – ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ’ के साथ किया घोषणापत्र जारी

महाराष्ट्र चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी ने महाविकास अघाड़ी के समर्थन में अपना घोषणापत्र जारी करते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। अबू आजमी ने कहा, "बीजेपी हटाओ, देश बचाओ" का नारा देते हुए वक्फ संपत्ति, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए कई वादे किए हैं।

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Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने महाविकास अघाड़ी (MVA) के समर्थन में अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने सामाजिक न्याय, रोजगार, महिला सुरक्षा, और किसानों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया है। सपा नेता अबू आजमी ने इस अवसर पर MVA की जीत का दावा किया और बीजेपी पर निशाना साधते हुए वक्फ बोर्ड की जमीनें हड़पने की योजना का आरोप लगाया।

महायुति के खिलाफ ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ’ का नारा

अबू आजमी ने मुंबई के बीकेसी में आयोजित एक जनसभा में बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने महायुति को चुनौती देते हुए कहा कि जो लोग 400 सीटों का दावा करते थे, उन्हें 240 पर रोक दिया गया और इस बार उनकी ताकत को 70-75 सीटों तक सीमित किया जाएगा। आजमी ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद सांप्रदायिकता और धार्मिक विभाजन को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा, “2014 से पहले कभी भी महाराष्ट्र (Maharashtra) में मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं नहीं हुई थीं। आज लोग बीफ के नाम पर पिट रहे हैं।”

सपा नेता ने आगे कहा कि बीजेपी ‘लव जिहाद,’ ‘लैंड जिहाद,’ और ‘वोट जिहाद’ जैसे शब्दों के जरिए समाज में जहर घोल रही है। उनके अनुसार, यह एक साजिश है, जिससे मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी राजनीति को महाराष्ट्र की जनता खारिज कर देगी।

वक्फ बोर्ड की जमीन हड़पने के आरोप और शिवाजी महाराज का संदर्भ

अबू आजमी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनकी नीयत वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा करने की है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने 700 एकड़ जमीन दान में दी थी, लेकिन अब बीजेपी इसे हड़पना चाहती है। उन्होंने इस तरह की नीतियों को जनता के खिलाफ बताया और कहा कि यह केवल एक धर्म के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को कमजोर करने की कोशिश है।

सपा का घोषणापत्र – समाज कल्याण और विकास के वादे

सपा के (Maharashtra) घोषणापत्र में समाज के हर तबके के लिए योजनाएं शामिल हैं। पार्टी ने राज्य के 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को 5000 रुपये प्रति माह पेंशन, सूखा और खराब मौसम से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजा, और फसल बीमा की जिम्मेदारी सरकार पर डालने का वादा किया है। इसके अलावा, कृषि के लिए गायरान भूमि पर कब्जे को सुरक्षित रखने और न्यायसंगत जल आबंटन नीति का पालन करने का भी वादा किया गया है।

महिलाओं के लिए सपा ने सभी सार्वजनिक परिवहन में मुफ्त यात्रा का वादा किया है। कुपोषण के खिलाफ सख्त कदम उठाने और राज्य में अनिवार्य एवं निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान करने का भी वादा किया गया है।

युवाओं के लिए सपा ने रोजगार पैदा करने के प्रयासों पर जोर दिया है। देशी और विदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने और राज्य (Maharashtra) के शिक्षित व अशिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करने का वादा किया गया है। इसके साथ ही, सपा ने दलित, ओबीसी, और आदिवासी समुदायों के विकास के लिए भी कई योजनाओं का ऐलान किया है।

अल्पसंख्यकों के लिए 5% आरक्षण की मांग

घोषणापत्र में सपा ने मराठा समुदाय को 10% आरक्षण और मुस्लिम समुदाय के पिछड़े वर्गों के लिए 5% आरक्षण की भी मांग की है। उन्होंने इसे न्यायसंगत बताते हुए कहा कि आरक्षण की कुल सीमा बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।

वक्फ संपत्तियों के संरक्षण पर विशेष ध्यान

घोषणापत्र में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके उचित उपयोग के लिए ‘वक्फ भूमि संरक्षण एवं विकास बोर्ड’ की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया है। सपा का कहना है कि इस बोर्ड को ऐसे विशेषाधिकार दिए जाएंगे, जो उनके संरक्षण और विकास के लिए आवश्यक हैं।

बीजेपी हटाओ, MVA को जिताओ

अबू आजमी ने अपने संबोधन में महाविकास अघाड़ी के लिए आधी रोटी खाने और संघर्ष के साथ खड़े रहने का वादा किया। उन्होंने कहा कि सपा का एकमात्र लक्ष्य बीजेपी को सत्ता से बाहर करना और संविधान तथा समाज के हर तबके के अधिकारों की रक्षा करना है।

Maharashtra विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। यह देखना बाकी है कि सपा और MVA अपने घोषणापत्र के वादों के साथ महाराष्ट्र के मतदाताओं को कितना प्रभावित कर पाते हैं।

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