बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में हुए यमुना नाव हादसे में लापता 17 लोगों में पुलिस ने गोताखोरों की मदद से 8 शव बरामद कर लिए हैं। अभी तक इस हादसे में 11 शव बरामद हो चुके हैं। उनकी पहचान की प्रक्रिया चल रही है और शवों की तलाश अभी जारी है।
ये सभी शव फतेहपुर के नरौली घाट से बरामद हुए हैं। 11 अगस्त को हुए हादसे के बाद से ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।.
11 अगस्त को जिले के मरका में यमुना नदी में लगभग 40 यात्रियों से भरी नाव डूब गई थी।
जिसमें 3 लोगों के शव हादसे के बाद बरामद हुए थे। तो वहीं 15 लोग तैरकर किसी तरह बाहर निकल आए थे, लेकिन 17 लोग लापता बताए जा रहे थे। 11 अगस्त से बाकी लोगों की तलाश के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही है।
बाकी लोगों की तलाश अभी भी जारी
जहां 36 घंटे बाद अब फतेहपुर जिले के नरौली घाट से 8 लोगों का शव बरामद हुआ है। वहीं, बाकी लोगों की तलाश अभी भी जारी है। लोगों के दूर बहने की आशंका को देखते हुए नदी में कई किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन का कार्य तेजी से चलाया जा रहा है।
हादसे के बाद सीएम योगी ने जताया दुख
हादसे के बाद पीएम मोदी के साथ सीएम योगी ने दुख जताते हुए शुक्रवार को यूपी सरकार के मंत्री राकेश सचान व रामकेश निषाद को मौके पर भेजा था। जहां पर उन्होंने नदी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया तो वहीं आवश्यक दिशा-निर्देश सभी अधिकारियों को दिए थे।
11 की मौत, सर्च ऑपरेशन जारी
वहीं, इन लोगों ने पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात कर यूपी सरकार की तरफ से सहायता राशि भी उन्हें सौंपी थी और उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिया गया था। इस दौरान काफी समय बीत जाने के बाद भी नदी में डूबे लोगों का पता न चल पाने से आक्रोशित लोगों ने मंत्रियों से नाराजगी भी जाहिर की थी।