धर्म कोई भी हो लेकिन राष्ट्र एक है। राष्ट्र और राष्ट्रीय ध्वज धर्म के अंदर नहीं आता। उसका सम्मान करना प्रत्येक उस नागरिक का फर्ज है जो भारतीय है चाहे वह किसी भी धर्म से जुड़ा हो। आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं। दरअसल गणतंत्र दिवस के अवसर पर बाराबंकी में सुबेहा थाना क्षेत्र के रामपुर मजरा जमीन हुसैनाबाद गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब अशरफुल उलूम इम इमदादिया साकिन मदरसा में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की जगह फहराया गया और मौलवी ने तिरंगे को धर्म के खिलाफ बताया है।
दो हिरासत में
मदरसे में इस्लामिक झंडा फहराता देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो आनन-फानन में क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार और पुलिस ने मौक पर पहुंचकर मदरसे से इस्लामिक झंडे को उतरवाया। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
हमारे धर्म में तिरंगा नहीं फहराया जाता- मौलवी
एक तरफ पूरा जनपद गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा था। वहीं मदरसे पर इस्लामिक झंडा फहराए जाने की सूचना ने पुलिस प्रशासन को सकते में डाल दिया। मिली जानकारी के अनुसार मदरसे पर झंडा आसिफ नामक शख्स ने फहराया था। वहीं मौलवी का कहना है कि उन के धर्म में तिरंगा नहीं फहराया जाता। हालांकि पुलिस ने इस मामले में हाफिस मोहम्मद, मोहम्मद सोहराब, मोहम्मद तफ्सील तबरेज नजामुद्दीन रिजवान को हिरासत में लिया है।
सीओ हैदरगढ़ जेएन अस्थाना ने बताया कि उन्हें मदरसे पर इस्लामिक झंडा फहराए जाने की खबर मिली थी। उन्होंने बताया कि लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी है।