Barabanki: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) जिला अस्पताल से एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां डॉक्टरों की लापरवाही से 2 दिन पहले भर्ती हुए एक मरीज की दर्दनाक मौत हो गई।
मरीज की मौत के बाद डॉक्टर उसे ऑक्सीजन लगा रहे थे। परिजनों का आरोप है कि मरीज को खून चढ़ना था खून चढ़ाने के लिए नर्स उसे विगो लगा रही थी। लेकिन वह विगो नहीं लगा पाई।
जब विगो नहीं लग पाया तो उसे खून ही नहीं चढ़ाया गया। जब मरीज की हालत बिगड़ने लगी तब परिजन डॉक्टर और नर्स के पास गए। लेकिन मरीज तक कोई भी उसे देखने नहीं आया। जिसके बाद उसकी कुछ ही घंटों में मौत हो गई। मौत के बाद परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहें है। परिजनों का कहना है कि समय रहते उसे कोई डॉक्टर देख लेता और इलाज हो जाता तो आज उनका मरीज जिंदा होता।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि बाराबंकी जिले के मसौली क्षेत्र के रहने वाले 55 वर्षीय शमशेर सिंह को हाथ पैर में दर्द होने के चलते परिजनों ने उसे शनिवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। शमशेर सिंह का शनिवार से जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था डॉक्टरों ने उसे खून की कमी बताएं और खून चढ़ाने की बात कही। परिवार ने खून का इंतजाम किया और उसे खून चढ़ाया जाने लगा।
आज रात करीब 2:30 बजे जिस विगो से खून चला रहा था वह जाम हो गया जिससे खून झड़ना बंद हो गया। परिजनों ने यह बात डॉक्टर और नर्स को बताई। नर्स मरीज को दूसरा विगो लगाने आई लेकिन नर्स मरीज को विगो नहीं लगा पाई। जिसके बाद मरीज को खून ही चढ़ाना बंद कर दिया गया। फोन बंद होने के कुछ ही घंटों में मरीज की मौत हो गई।
मरीज शमशेर सिंह की मौत के बाद उसकी बूढ़ी मां और पत्नी सहित पूरा परिवार वहां फूट-फूट कर रोने लगा। रोती हुई बूढ़ी मां सबके आगे हाथ जोड़े खड़ी थी। पत्नी भी पति की मौत के बाद हताश होकर उसके शव के साथ लिपट कर रो रही थी। यह नजारा देख सबकी आंखों नम हो गई। सभी लोग कह रहे थे जिसे भगवान कहा जाता है वह कैसे इतना संवेदनहीन बन सकता है, कि परिवार बार-बार डॉक्टर से अपने मरीज को हालत गंभीर होने और देखने की बात कहता रहा। लेकिन उसे कोई भी डॉक्टर देखने नहीं आया और उसकी मौत हो गई।