नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को उनके 100 वें जन्म जयंती पर मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान Bharat Ratna से सम्मानित किया जाएगा। कर्पूरी ठाकुर की पहचान बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री के साथ साथ स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनीतिज्ञ के रूप में रही है। लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी प्रेस रिलीज में इसकी जानकारी दी गई।
अब तक 49 लोगों मिला Bharat Ratna
भारत रत्न की शुरुआत 1954 में से हुई जब पहली बार Bharat Ratna पुरस्कार दिए गए थे। तब से लेकर आज तक 49 हस्तियों को देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न मिला है।इस सूची में बिहार के चार लोगों को नाम है, जिन्हें भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया है।
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद – 1962
- जयप्रकाश नारायण – 1999
- बिस्मिल्लाह खान – 2001
- कर्पूरी ठाकुर – 2024
अब तक के भारत रत्न
1954 – पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन, डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन,और स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
1955 -मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और डॉ. भगवान दास
1957 – पंडित गोविंद वल्लभ पंत
1958- डॉ. धोंडो केशव कर्वे
1961 -पुरुर्षोत्तम दास टंडन, बिधान चंद्र रॉय
1962 – पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद
1963 -पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन
1963 -डॉ. पांडुरंग वामन काणे
1966 – पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (मरणोपरांत)
1971 -पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
1975- वीवी गिरी
1976 -के.कामराज (मरणोपरांत)
1980 मदर टेरेसा (पहले विदेशी नागरिक)
1983 -आचार्य विनोवा भावे(मरणोपरांत)
1987 – खान अब्दुल गफ्फार खान
1988 – मनिदुर गोपालन रामचन्द्रन (मरणोपरांत)
1990 डॉ. नेल्सन रोलीहलाहला मंडेला, डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (मरणोपरांत)
1991 -पूर्व प्रधानंत्री राजीव गांधी (मरणोपरांत) ,मोरारजी रणछोड़जी देसाई , सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरांत)
1992- सत्यजीत रे (मरणोपरांत), जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (मरणोपरांत)
1997 -अरुणा आसफ अली (मरणोपरांत), गुलजारी लाल नंदा (मरणोपरांत) और पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम आजाद
1998 – मदुरै शन्मुखवदिवु सुब्बालक्ष्मी , चिदम्बरम सुब्रमण्यम, गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत)
1999 – जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत), प्रो अमर्त्य सेन,पंडित रविशंकर
2001 – उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, सुश्री लता दीनानाथ मंगेशकर
2009 -पंडित भीमसेन गुरुराज जोशी
2014 -सचिन रमेश तेंदुलकर, प्रोफेसर चिंतामणि नागेसा रामचन्द्र राव
2015 – पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत)
2019 – पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, डॉ. भूपेन्द्र कुमार हजारिका (मरणोपरांत), नानाजी देशमुख (मरणोपरांत)
2024 – कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत )