जयपुर: राजस्थान के भरतपुर जिले में जुनैद और नासिर हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोनू राणा और गोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपियों पर 10 हजार का इनाम था। वहीं दोनों ही आरोपियों ने हत्या करने की बात भी कबूल कर ली है। लेकिन इस केस में जो बात सबसे ज्यादा हैरान करती है वो है मोनू राणा। दरअसल, जो मोनू राणा इस हत्या का मुख्य आरोपी है.. वो कुछ समय पहले तक भिवानी में छोटी सी मिठाई की दुकान में ईमानदारी से काम कर रहा था। ऐसे में छोटी से मिठाई की दुकान चलाने वाला 27 साल का मोनू राणा इतने बड़े हत्याकांड का अपराधी कैसे बन गया?
इसकी शुरुआत हुई दो साल पहले, जब मोनू बजरंग दल के पदाधिकारी मोनू मानेसर के नेतृत्व वाले सतर्कता नेटवर्क से जुड़ा था। मोनू उस संघटन का सक्रिय गौर रक्षक बन गया था। इसके बाद से उसका जीवन पूरी तरह से बदल गया। वहीं हत्या में शामिल दूसरा आरोपी भिवानी के गौ सेवा केंद्र में एंबुलेंस ड्राइवर के तौर पर काम किया करता था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों युवकों ने मोनू मानेसर का ऑनलाइन वीडियो देखा था, जिसके बाद ये इससे जुड़ने के लिए प्रेरित हुए थे। मोनू राणा के करीबी सहयोगियों के मुताबिक दोनों ही हरियाणा गौ रक्षक दल के एक्टिव मेंबर थे। दो साल पहले वो मोनू मानेसर में जुड़े। भिवानी, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद जैसे जिलों में गौ तस्करी के काफी मामले थे, ऐसे में उन्होंने उन्होंने मोनू मानेसर के साथ करीब से काम करने का निर्णेय लिया। उस वक्त मोनू मानेसर बजरंग दल के साऊथ हरियाणा विंग का नेतृत्व कर रहा था।
क्या है मामला?
राजस्थान पुलिस ने ह्त्या में शामिल में दोनों आरोपियों को शुक्रवार को देहरादून में एक फार्महाउस से गिरफ्तार किया। जुनैद और नासिर हत्याकांड में जुनैद की हत्या फिरोजपुर झिरका में ही की गई थी वहीं नासिर को भिवानी के बारवास गांव के बाणी ले जाय गया फिर उसका गला दबाया गया। दोनों की हत्या करने के बाद बोलरे गाड़ी में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई। वहीं दोनों को जला दिया गया।
मां का दिल नहीं पत्थर है! कोख से दिया पहले बेटी को जन्म, फिर बाथरुम में छोड़ कलयुगी मां हुई फरार