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आजाद भारत के 75 वर्ष, 75 चोटियों पर लहराया तिरंगा, हिमवीरों ने तिरंगा..

आजाद भारत के 75 वर्ष, 75 चोटियों पर लहराया तिरंगा, हिमवीरों ने तिरंगा फहराने का बनाया अनूठा रिकॉर्ड

भारत आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर जश्न में डूबा है। हर घर तिरंगा अभियान के चलते हर तरफ घर-घर में तिरंगा लहरा रहा है। भारत सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के तहत ‘अमृतारोहण’ अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रमों की इसी कड़ी में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा आजादी के 75 वर्ष के पूरे होने पर 75 सीमा चौकियों के नजदीक 75 चोटियों को चिह्नित किया गया और आज सुबह 7 बजे इनपर एक साथ आरोहण कर लिया है ।

पर्वतारोहण के क्षेत्र में ITBP का विशेष कीर्तिमान

आपको बता दें इन 75 चोटियों में 33 चोटियां लद्दाख में, 16 चोटियां उत्तराखंड में, 11 चोटियां सिक्किम में, 10 चोटियां हिमाचल प्रदेश में और 05 चोटियां अरुणाचल प्रदेश में स्थित हैं। जिन पर आज बल के हिमवीरों ने एक साथ आरोहण कर तिरंगा फहराने का अनूठा रिकॉर्ड बना दिया है। इनमें सबसे ऊंची चोटी 18,800 फीट पर सिक्किम में स्थित है। पर्वतारोहण के क्षेत्र में आईटीबीपी का विशेष कीर्तिमान है।

वहीं आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर आईटीबीपी द्वारा भारत-चीन सीमा पर एक 75 दिवसीय रिले लॉन्ग रेंज पेट्रोल ‘अमृत’ का भी आयोजन किया जा रहा है। ‘अमृत’ रिले एलआरपी 1 अगस्ते, 2022 को लद्दाख के काराकोरम पास से शुरू हुई थी और अपनी 75 दिन की यात्रा पूरी करते हुए 14 अक्टूबर  2022 को अरुणाचल प्रदेश के जाचेपला में समाप्त होगी। इस दौरान यह लगभग 7,575 किमी. की दूरी तय करेगी।

स्थानीय सीमावर्ती नागरिक भी शामिल हुए

इस दौरान आईटीबीपी ने अपने सभी केंद्रों, सीमा चौकियों और अन्य संबंधित संस्थापनाओं में ध्वजारोहण किया जिनमें लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश की बल की सीमा चौकियां भी शामिल हैं। बल के जवानों ने पूरे उत्साह से स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया और हर घर तिरंगा की थीम के साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए जिनमें स्थानीय सीमावर्ती नागरिक भी शामिल हुए।

1962 में स्थापित आईटीबीपी 3,488 किलोमीटर लंबी भारत चीन की सीमा की सुरक्षा करती है। बल के जवान विषम भौगोलिक और मौसमी परिस्थितियों में सीमा की सुरक्षा करते हैं। साहसिक खेलों में आईटीबीपी अग्रणी है।

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