अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर संसद से बाजार तक हंगामा मचा रहा। अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस द्वारा अडानी एंटरप्राइजेज को सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर कर दिया। जिसके बाद कंपनी के शेयर 35% तक गिरावट आई।
गिरावट के बाद 50% रिकवरी
हालांकि इसके बाद शेयर में रिकवरी आई। शेयर 2.19% की गिरावट के साथ 1,531 रुपए पर बंद हुए। शेयर में निचले स्तर से 50% की रिकवरी देखने को मिली। 24 जनवरी की शाम हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर की कीमत करीब 3400 रुपए थी। गुरुवार को यह करीब एक हजार रुपए तक नीचे आया। फिर रिकवर होकर 1,531 रुपए पर बंद हुआ।
देश का शेयर मार्केट नियमों के मुताबिक चल रहा- वित्त मंत्री
वहीं दूसरी तरफ हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ एडवोकेट एमएल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। जिसमें उन्होंने निवेशकों का शोषण करने साथ ही उन्हें ठगने के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन व उनके साथियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। साथ ही निवेशकों के लिए मुआवजे की भी मांग की जिन्हें शेयर की कीमत गिरने से नुकसान उठाना पड़ा।
अडाणी ग्रुप में SBI व LIC का पैसा लगाने के मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष इसकी जांच जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी या फिर सुप्रीम कोर्ट के पैनल से कराने की मांग पर अडा है। इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब देते हुए कहा कि देश का शेयर मार्केट नियमों के मुताबिक चल रहा है। अडानी के बिजनेस विवाद से निवेशकों का भरोसा डगमगाने की आशंका नहीं है।
शेयर बाजार का सबसे बड़ा महाघोटाला- विपक्ष
SBI ने अडानी ग्रुप को 21.38 हजार करोड़ रुपए का लोन दिया है जबकि फाइनेंस और इंश्योरेंस कंपनी LIC ने पिछले कुछ साल में ही अडानी ग्रुप में 30,127 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट किया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले LIC का ग्रुप के शेयरों से प्रॉफिट 81,000 करोड़ रुपए था। 2 फरवरी को यह 43,000 करोड़ रुपए रह गया। वहीं विपक्षी नेताओं का कहना है कि शेयर बाजार का यह सबसे बड़ा महाघोटाला है।
ACE इक्विटी के पास अवेलेबल डेटा के अनुसार 31 दिसंबर 2022 तक LIC के पास अडानी ग्रुप में करीब 1% हिस्सेदारी है। वहीं पिछले 6 ट्रेडिंग सेशन में LIC का अडानी ग्रुप में इन्वेस्टमेंट लगभग आधा रह गया। वहीं विपक्ष का कहना है कि लोगों का विश्वास SBI और LIC से उठ जाएगा। उनका मेहनत का पैसा बर्बाद हो रहा है।
अडानी अमीरों की लिस्ट में 22वें स्थान पर खिसके
शेयरों में भारी गिरावट से गौतम अडानी की नेटवर्थ 55 बिलियन डॉलर हो गई है, जो पिछले साल 150 बिलियन डॉलर के करीब थी। फोर्ब्स की अमीरों की रियल टाइम लिस्ट में अडानी 22वें स्थान पर आ गए हैं। 27 फरवरी से पहले अडाणी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे। एशिया में पहले नंबर पर थे।