Dussehra 2022: संभल के लोगों की आस्था है कि दशहरे पर रावण दहन की राख या लकड़ी घर लाना बहुत उत्तम माना जाता है। ऐसा कहते हैं कि ये उपाय करने से नकारात्मक शक्तियां घर से कोसों दूर रहती हैं। कुछ लोग इन्हें रावण की अस्थियां भी कहते हैं। इसी वजह से संभल में लोग रावण के पुतला दहन होते ही रावण के जलते पुतले से उसकी लकडियाँ निकालने पहुंचे थे। रावण की जली लकड़ियों लेकर जाने को लेकर भगदड़ मच गई, वहीं पुलिस तुरंत हरकत में आई और DM और SP की मौजूदगी में रावण दहन हुआ।
दरअसल, संभल सदर कोतवाली इलाके में रावण दहन के ठीक बाद लोग लकड़ी उठाने के लिए जैसे ही रावण के पुतले की तरफ दौड़े वैसे ही पुलिस ने सब पर लाठियाँ बरसाना शुरु कर दी। आपको बता दें की संभल के लोगो की आस्था है की जले हुए रावण के पुतले की लकड़ी घर में रखने से घर में शान्ति आती है और कुछ बीमारियां नहीं होती है, विस्तर में खटमल और घर में मच्छर नहीं आते इतना ही नहीं लोगो का ये भी मानना है की छोटे बच्चों के तकिये के नीचे अगर ये लकड़ी रख दि जाए तो बच्चो को रात में डर नही लगता है।
यही वजह कि जब रावण जल जाता है तो लोग रावण के जले ढॉचे की लकड़ी लेने के लिए अपनी जान जोखिम मेंं डाल कर उस पर टूट पड़ते है और आज जैसे ही रावण दहन हुआ तो भीड़ रावण दहन हुआ तो भीड़ रावण के अध् जले पुतले पर टूट गयी और भगदड़ का महोल बन गया मगर आज पुलिस के चोक्कना रहने के बाद भी कुछ लोग रावण की अध् ढाँचे से जैसे ही लकडियाँ लेने के लिए भागे तो पुलिस ने लोगो को लाठी से पीट दिया और ये सब पुलिस ने उनकी सुरक्षा को देखते हुए किया मगर सैकड़ो की तादात में लोग रावण की अध् जाली लकडिया अपने घर ले गये।