आजमगढ़। आजमगढ़ एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से नाराज किसान पिछले 28 दिनों से आन्दोलन कर रहे हैं, अब आन्दोलन को धार देने और उसे हिंसक बनाने के लिए दिल्ली और देश के कोने-कोने से ऐसे नेता शिरकत कर रहे हैं जो इसके नाते जाने जाते हैं। आजमगढ़ के खिरिया बाग आन्दोलन को शाहिन बाग की तरह लंबे समय तक खिंचने की कोशिश हो रही है। लेकिन आन्दोलन स्थल से जिस तरह किसानों व गांववालों ने दूरी बना रखी है उससे इन नेताओं के मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। और आंदोलन को भी गति नहीं मिल पा रही है।
गौरतलब है कि आजमगढ़ एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जा रहा है। विस्तारीकरण में 575 एकड़ भूमि का अधिग्रहण होना है। जिला प्रशासन के सर्वे में 783 आवासीय मकान भी एयरपोर्ट की जद में आ रहे हैं। एयरपोर्ट के विस्तारिकरण की जानकारी मिलने के बाद से ही जमुआ हरिराम स्थित खिरिया बाग में पिछले 28 दिनों से आंदोलन चल रहा है। आन्दोलन को बल तब मिला। जब करीब तीन सप्ताह पूर्व दिल्ली की टीम की पहली इंन्ट्री हुई। आजमगढ़ जिले के रहने वाले रिहाई मंच के अध्यक्ष राजीव यादव अपनी टीम के साथ आन्दोलन स्थल पर पहुंचे। आन्दोलन को तेज करने के लिए राजीव यादव ने शाहिन बाग की तरह युवाओं की टोली के साथ पहुंचे और जनगीत के माध्यम से किसानों में जोश भरने का काम शुरू किया। जो आज भी धरनास्थल पर मौजूद है। इसके साथ आन्दोलन की कमान हाथ में लिए स्थानीय किसान नेता रामनयन यादव ने किसान नेताओं से सम्पर्क करना शुरू किया। जिसके बाद पिछले एक सप्ताह से जमुआ हरिराम स्थित खिरिया बाग में हलचल तेज हो गई है। सबसे पहले करीब पांच दिनों पूर्व उत्तराखंड के किसान नेता जगतार सिंह बाजवा, हरियाणा के किसान नेता गुरूनाम सिंह चढूनी, संदीप पांडेय यहां पहुंचे। इसके बाद बीते मंगलवार को मेधा पाटेकर, पूनम पंडित और बुधवार को किसान आन्दोलन को धार देने वाले राकेश टिकैत ने शिरकत की।
लेकिन आन्दोलन स्थल पर जो देखने को मिला, वह यह कि आन्दोलन स्थल पर अपेक्षा के अनुरूप उतनी भीड़ इकठ्ठा नहीं हो रही है, जितनी होनी चाहिए। सबसे अधिक केवल महिलाओं व बच्चों की भीड़ ही देखने को मिल रही है। जबकि पुरूषों की भीड़ नहीं हो पा रही है। इसके पीछे कारण यह है कि अधिकांश लोग मेहनत मजदूरी कर रोज कमाने खाने वाले हैं। जिससे वे आन्दोलन में नहीं पहुंच रहे हैं। यह बात किसान नेताओं को भी खटक रही है। इसी कारण राकेश टिकैत ने बुधवार को किसानों से आह्वाहन किया कि आन्दोलन को कोलकता के नंदीग्राम की तरह करना पड़ेगा और स्थानीय किसानों को आन्दोलन तो करना ही पड़ेगा। बताया जा रहा है कि आन्दोलन को धार देने के लिए अभी और भी नेताओं के जगह-जगह से आने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इसी माह के अंत तक आन्दोलन में शामिल हो सकते हैं। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज का कहना है कि हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का सर्वे पूरा कर लिया गया। हवाई अड्डे के विस्तारीकरण की परियोजना की शासकीय स्वीकृति के उपरान्त भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही कराकर नियमावली अथवा “भूमि अर्जन, पुनर्वास और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकार एवं पादर्शिता का अधिकार अधिनियम अधिनियम-2013“ के सुसंगत प्राविधानों के अनुसार किया जायेगा।