उत्तर प्रदेश: फतेहपुर जिले में यमुना (Yamuna river) के लगातार बढ़ते जलस्तर ने लोगों और प्रशासन दोनों की टेंशन बढ़ा दी है. तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण करीब 30 गांवों का संपर्क टूट गया है. इससे ज्यादातर स्कूली बच्चों और महिलाओं को काफी दिक्कतें हो रही है.
यहां स्थिति ऐसी है कि गांव को जोड़ने वाले पुल पर नावें चलाई जा रही हैं. लोग नाव पर चढ़ने और इस तरफ से दूसरी तरफ जाने को मजबूर हैं. यमुना (Yamuna river)का जलस्तर बढ़ने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
यमुना का जलस्तर बढ़ने से करीब 30 गांवों को जोड़ने वाली संपर्क सड़क पूरी तरह टूट गई है, जिससे गांव को जोड़ने वाले पूल पर बाढ़ का पानी बह रहा है और गांव वालों को इसे पार करने के लिए नावों का सहारा लेना पड़ रहा है. इससे शिक्षा व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है.
हालंकि, कुछ स्कूली बच्चे नाव में सवार होकर नदी पार कर स्कूल जा रहे हैं. लेकिन कुछ बच्चों की पढ़ाई अब भी बाधित हो रही है. स्वास्थ्य सेवाओं की बात करें तो स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं और बढ़ते जलस्तर के कारण चिकित्सक भी अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं.
जिससे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लगा हुआ है, मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से चंदनमऊ, कोट, मकसूदनपुर, दौलतपुर, मीनातारा, बरार दरियापुर, बलवंतपुर, रोशनपुर खार, कोकई का डेरा, चंदनपुर, गाजीपुर, लोलबंध सहित करीब तीस गांवों का संपर्क टूट गया है.
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