यूपी के इंदिरापुरम से ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया था। जहां ठगों ने चार लोगों को तीन लाख से ज्यादा का चूना लगा दिया। जिसके बाद सभी पीड़ितो ने इंदिरापुरम थाने में पुलिस को शिकायत है। वहीं साइबर सेल टीम ट्रांजेक्शन और खाते से निकली रकम की जांच शुरू कर दी है।
आपको बाता दें पहला मामले में एटीएम से पैसे निकाले के बाद हुई 70000 हजार की ठगी का है, तो वहीं दूसरे मामले में मोबाइल पर मेल द्वारा लिंक भेजकर की 20000 हजार की ठगी से जुड़ा है। तीसरे मामले में घर बैठे केवाईसी और पैन कार्ड अपडेट करने के बहाने दो लाख रुपए ठगने से है, वहीं चौथे मामले में नौकरी दिलाने के नाम पर मोबाइल में ऐप डाउनलोड करा कर 60000 रुपए ठगने से है।
पहला मामला
दरअसल शिप्रा सनसिटी सोसायटी के निवासी ने 16 अगस्त को सोसायटी के बाहर एटीएम बूथ से छह हजार रुपये निकाले थे। जिसके बाद वो घर जा रहे थे। इस दौरान अचानक रास्ते में उन्हें मोबाइल पर तीन मैसेज आते है। जिसमें तीन बार में 9 हजार, 10 हजार और 59,800 रुपये निकलने की जानकारी थी। युवक तुरंत एक दोस्त के घर पहुंचे और बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र पर फोन कर पुलिस को सूचना दी।
दूसरा मामला
वहीं दूसरे मामले में एक युवक ने टेलिकॉल इंडस्ट्री का पदाधिकारी बताकर समस्या हल होने के बारे में पूछा। उसके बाद ठग ने उनसे एक नंबर डायल करने के लिए कहा। इस प्रक्रिया के करते ही उनका ई-मेल आईडी हैक कर व्हाट्सएप हैक कर लिया और उनके दोस्तों व जानकारों को मैसेज कर 20 हजार ट्रांसफर करा लिए।
तीसरा मामला
इसी बीच तीसरे मामले में वसुंधरा सेक्टर-2 से सामने आया है। जहां युवक वसुंधरा स्थित मेवाड़ कालेज में ऑफिस के अंदर बैठे थे। तभी मोबाइल पर बैंक से मैसेज आया जिसमें खाता, केवाईसी और पैन कार्ड अपडेट करने के लिए कहा गया। रिप्लाई करने पर उनके खाते से 90 हजार रुपये डेबिट के लिए ओटीपी आया। आरोप है कि ठग ने उन्हें कॉल कर खाते से दो लाख रुपये की निकासी कर ली।
चौथा मामला
वही वसुंधरा सेक्टर-5 निवासी मोनिका ने बताया कि एक युवक ने उन्हें फोन कर नौकरी का झांसा दिया। इसके लिए उसने मोबाइल एप डाउनलोड कराया। फिर उनसे कहा कि एक ट्यूटर आपको काम करना सिखाएगा। इस तरह उनसे खाते में 59 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए।
ये भी पढ़े-समलैंगिक विवाह को मान्यता पर HC में सुनवाई, केंद्र ने लाइव स्ट्रीम पर क्यों लगाई रोक ?