लखनऊ, अब उत्तर प्रदेश सरकार का वन विभाग बंदरों को फल खिलाएगा। उत्तर प्रदेश में बंदरों की बढ़ती आबादी को देखते हुए अब वन विभाग क़रीब पांच लाख बंदरों को भोजन कराने की तैयारी में हैं। बंदरों के बढ़ते आबादी के चलते शहरी क्षेत्र या किसानों की खेतों पर बरसे आतंक के चलते अब वन विभाग बंदरों को वन क्षेत्र में रोकने की तैयारी में जुट गया है।
माना जा रहा है कि फाल्के या भोजन के अभाव में बंदर शहर या किसानों के 1 गाँव की ओर रुख़ करना शुरू कर दिए थे। इसको रोकने के लिए अब बाल विवाह 5, लाख बंदरों को फलदार पौधे लगाकर वन क्षेत्र में रोकने की कोशिश करता हुआ नज़र आएगा।
बंदरों को रोकने के लिए प्रयास रहेगा
वन विभाग 5,00,000 बंदरों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए फलदार पौधे भी लगाना शुरू कर रहा है। आपको बता दें कि 222 की गणना में बंदरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फ़ैसला लिया गया है। माना जा रहा है कि बढ़ते हुए बंदरों को रोकने के लिए ये प्रयास रहेगा कि उन वन्यजीवों के लिए जंगल में ही उनको पर्याप्त भोजन मिल सके।
जंगल से शहर और गांव का रुख़ करने की ली लिए मजबूर बंदरों के आतंक का भी डर बना हुआ था। जिसमें किसानों की फसलों को लगातार बंदर और जंगली जीव नुक़सान पहुंचा रहे थे। इसको देखते हुए वन विभाग अब जंगलों में आम अमरूद जामुन शॉट्स एजेंट जैसे शहरों को अधिक से मात्रा में लगाएगा है ताकि बंदरों को पर्याप्त मात्रा में वन क्षेत्र में ही भोजन मिल सके और शहर और गाँव की ओर रुख़ करने से उनको रोका भी जा सके
वन विभाग की गणना को देखा जाए तो बंदरों की बढ़ती संख्या का गठन किया गया था जिसमें 2,38, लाख वन रोज़ और क़रीब 1.30lakh शूकर मिले हैं फलदार पौधे लगाने के बाद माना जा रहा है कि न केवल बंधुओं को बल्कि शुक्रवार को भी बंद क्षेत्र में पर्याप्त भोजन मिलेगा जिससे उनको शहरी और गाँव क्षेत्र में जाने से रोका जा सकता है।