Ghaziabad: नवरात्रि के दौरान अलग-अलग स्थानों पर मेलों का आयोजन किया जाता है. कभी-कभी मेलों में लगे बड़े-बड़े झूले लोगों की जान के दुश्मन बन जाते हैं. ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के घंटाघर से सामने आया है. जहां रामलीला मैदान में शुक्रवार देर रात झूला टूट जाने से दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए. इस डरावने हादसा के होते ही मेले में भगदड़ मच गई. जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया.
बताया जा रहा है कि बाहर गिरी ट्रॉली में दो महिलाएं और दो बच्चे सवार थे. दरअसल यह लापरवाही तब हुई है जब बैठने से पहले ही पीड़ितों ने झूले वाले से कहा था कि यह टेढ़ा हो रहा है और हादसा हो सकता है. जिसके बाद तेज गति से घूम रही ट्रॉली बाहर आते गिर गई. इस हादसे झूला टूट जाने से दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए. चारों को अस्पताल ले जाया गया. अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं, अब सवाल यह उठता है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है.
इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार
इस मामले में प्रशासन का बयान भी सामने आया है, गाजियाबाद के सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, उनका दावा है कि कोई भी झूला लगाने से पहले सभी की जांच की जाती है और एनओसी की जाती है. लेकिन इस पर सवाल तब उठे जब पीड़ितों ने आरोप लगाया कि झूले में खराबी थी, तो उन्हें क्यों बैठाया गया और साथ ही खराब को एनओसी कैसे दी गई. फिलहाल पुलिस प्रशासन मामले की जांच कर रहा है.
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