गाजीपुर में पीडब्ल्यूडी विभाग जो हमेशा अपने नए-नए कारनामों के वजह से चर्चा में रहता है। ऐसा ही एक मामला पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड 1 का है जिसने भदौरा देवल मार्ग के मरम्मत के लिए मार्च के महीने में बिना काम कराए ही संबंधित ठेकेदार को 1.30 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया। जिसकी शिकायत भाजपा के पूर्व विधायक सुनिता सिंह के द्वारा जिलाधिकारी से की गई। जब डीएम ने जांच कराई तो शिकायत सही मिली। जिसके बाद जिलाधिकारी ने इसके संबंध में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन पतंजलि श्रीवास्तव के खिलाफ शासन को पत्र लिखा। हालांकि आनन-फानन में संबंधित ठेकेदार के द्वारा उक्त सड़क को बनाया जा रहा है।
जनपद गाजीपुर के पीडब्ल्यूडी विभाग के निर्माण खंड 1 की ओर से अक्टूबर माह में दिलदारनगर देवल मार्ग का टेंडर दिया गया था। इसका टेंडर जंगीपुर के मेसर्स ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव को मिला। इस सड़क पर ₹1 का काम नहीं हुआ और अधिशासी अभियंता ने मिलीभगत कर 18 मार्च को करीब ₹1.30 करोड़ का भुगतान संबंधित ठेकेदार को कर दिया। जिसकी शिकायत जमानिया के पूर्व भाजपा विधायक सुनिता सिंह ने जिलाधिकारी से की।
जिलाधिकारी ने सड़क की जांच कराई तो शिकायत सही मिली। उन्होंने चीफ इंजीनियर से वार्ता की और शीघ्र शुरू कराने के लिए कहा गया। डीएम के आदेश पर वाराणसी से चीफ इंजीनियर पहुंचे। मामले की जांच की और जांच के बाद ठेकेदार के द्वारा आनन-फानन में सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। वहीं मामले में निर्माण खंड 1 के अधिकारी अधिशासी अभियंता पर कार्रवाई के लिए पत्र लिख दिया है।
वही जब इस मामले में जांच के लिए निर्माण खंड 1 से अधिकारी दोपहर 12:00 बजे पतंजलि श्रीवास्तव के कार्यालय पहुंचे तो पतंजलि श्रीवास्तव अपने कार्यालय से गायब मिले।