जम्मू-कशमीर में जहां आतंकि गतिविधियों को खत्म करने को लेकर सेना और पुलिस लगातार दिन रात अभियान चला रही हैं तो वहीं जम्मू-कश्मीर में सक्रिय विदेशी आतंकियों की संख्या बढ़ गई है। बता दें कि गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। जिसमें बताया गया हैं कि केंद्र शासित प्रदेश में वर्तमान में अलग अलग आतंकी संगठनों से जुड़े 134 आतंकी एक्टिव है। वहीं इनमें से
विदेशी – 83
स्थानीय- 51
वहीं इसके अलावा सरकार ने दावा किया है कि घाटी में इस साल अब तक 167 आतंकवादी मारे गए हैं। जिनमें से 41 विदेसी और 126 लोकस हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कश्मीर रेंज विजय कुमार ने बताया कि इस साल मारे गए विदेशी आतंकवादियों की संख्या 2021 की तुलना में दोगुनी है।
अगर 2021 की बात करें तो बता दें कि 21 विदेशी आतंकी मारे गए, जबकि इस साल 41 आतंकी मारे गए। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, हाल ही में मुंबई में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समीति की बैठक में गृह मंत्रालय ने माना था कि कश्मीर घाटी में हिंसा फिर से बढ़ रही है।
वहीं सरकारी आकड़े बता रहें है कि 2018 में जम्मू-कश्मीर में 600 आतंकी शिविर थे, जो 2021 में घटकर 150 हो गए। हालांकि, सितंबर 2022 तक, इन आतंकी ठिकानों की संख्या बढ़कर 225 हो गई। बता दें कि हाल ही में मंगलवार को अवंतीपोरा में 3 आतंकियों को मार गिराया। इनमें लश्कर का कमांडर मुख्तार भट भी शामिल है, जो घाटी में कश्मीरी पंडितों और प्रवासियों पर अटैक कर रहा था। वहीं सुरक्षाबलों ने आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए हैं।
मीडिया रिपोर्टस के मुकाबिक, ये आतंकी सुरक्षाबलों के शिविर में फिदायीन हमले की फिराक में थे। इससे पहले कुपवाड़ा में एक आतंकी मारा गया था। जम्मू कश्मीर की श्रीनगर पुलिस ने मंगलवार को ही हरनामबल में 3 हाईब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया। सुरक्षाबलों ने उनके पास से 10 किलो बकेट IEDऔर 2 ग्रेनेड बरामद किए हैं। श्रीनगर पुलिस ने बताया कि बम डिस्पोजल स्क्वायड ने रंगरेथ क्षेत्र में IED को नष्ट कर दिया। साथ ही UAPA, आर्म्स एक्ट और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।