कानपुर में पिछले करीब डेढ़ महीने से गायब तेंदुआ फिर ने ऑर्डनेंस फैक्टरी कानपुर में दिखाई पड़ा है। लगभग डेढ़ महीने से गायब तेंदुआ एक बार फिर दो दिनों से चर्चा में आ चुका है। लेकिन उसकी तलाश में लगे वन विभाग के कर्मचारी अब तक पकड़ने में कामयाब नहीं हो सके। ढाई महीने से वह कानपुर शहर के अंदर तेंदुआ घूम रहा है।
वहीं उसके पंजों के निशान भी मिले हैं। उसने कुत्तों और एक बंदर का भी शिकार किया है, जिसके कारण फैक्टरी और उसके आसपास के क्षेत्र के लोगों में देहशत है। तेंदुए के दिखने पर वन विभाग ने टीमें तैनात कर दी गई हैं। एसेफ और ओएफसी में तीन कैमरे भी लगाए गए हैं।
सुरक्षा कर्मियों ने देखा तेंदुआ
बता दें कि सीसीटीवि कैमरों के जरिये भी क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। गुरुवार को विभाग ने स्मॉल आर्म्स फैक्टरी में एक पिंजरा भी पहुंचाया है, जिसे शुक्रवार को लगाया जाएगा। डीएफओ कानपुर नगर श्रद्धा यादव ने बताया कि तेंदुए को फैक्टरी के सुरक्षा कर्मियों ने देखा है। वन कर्मियों ने भी पंजो के निशाने के आधार पर उसके होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रात के समय में भी निगरानी की जा रही थी। उसके रुूट और छुपने के ठिकाने का पता चलने पर चीड़ियाघर की टीम की मदद लेकर उसे पकड़ा जा सके।
वहीं आखिरी बार तेंदुए को नवंबर महीने में देखा गया था जिसके बाद से वह गायब था। आईआईटी और एनएसआई में उसके न दिखने पर दोनों ही जगह से वन कर्मियों को करीब दो महिने की तैनाती के बाद हटा लिया गाय था। अब फिर नए क्षेत्र में तेंदुए के दिखने के बाद वन कर्मियों की तैनाती शुरु कर दी गई है। शहर में करीब डेढ़ महीने पहले दहशत का पर्याय बना तेंदुा एक बार फिर दिखने से हड़कंप मच गया। स्मॉल आर्म्स फैक्टरी और ओएफसी के जंगलों में तेंदुआ दिखाई दिया है। तेंदुए के दिखने की सूचना के साथ ही एक बार फिर वन विभाग की टीम हरकत में आ गई है।
लोगों को सतर्क रहने की हिदायत
गुरुवार को दिन में वन कर्मियों ने जंगल में गश्त की। वन अधिकारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तेंदुए के रूट को चिह्नित करने में जुटे रहे। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज वाले स्थान के आसपास की जांच की जा रही है। लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।