अलवर। अलवर एक बार फिर मॉबलिंचिंग के मामले में सुर्खियों में है। जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के रामबास गांव में मॉबलिंचिंग का मामला सामने आया है। यहां चोर समझकर सब्जी का ठेला लगाने वाले चिरंजी लाल सैनी की समुदाय विशेष के 20-25 लोगों ने पिटाई कर दी। पिटाई से घायल चिरंजी लाल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायल की मौत के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है।
आक्रोशित लोगों ने मंगलवार की सुबह रामगढ़-गोविंदगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया। दोपहर तक पुलिस व प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों व परिजनों को समझा कर जाम खुलाने की कोशिश करते रहे लेकिन नाकाम रहे। ग्रामीण मॉबलिंचिंग की धाराओं में मामला दर्ज करने, 50 लाख का मुआवजा, सरकारी नौकरी व जल्द सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। आक्रोशित लोगों ने गोविंदगढ़ थाने का घेराव भी किया।
पुलिस के अनुसार अलवर जिले के गोविन्दगढ़ कस्बे के निकटवर्ती रामबास में एक व्यक्ति सोमवार सुबह शौच के लिए खेत में गया था। उसी दौरान अलवर के सदर थाना क्षेत्र से चोर एक ट्रैक्टर को चोरी करके भाग रहे थे। पीछे से ट्रैक्टर मालिक व अन्य लोग चोरों का पीछा कर रहे थे । चोरों ने अपने आप को पुलिस और ट्रैक्टर मालिकों से घिरा देख ट्रैक्टर को बिजली घर के पास एक खेत में खड़ा किया और भाग गए। इतने में ही ट्रैक्टर मालिक व अन्य लोग आ गए और खेत में चिरंजी को चोर समझकर बुरी तरह पीट दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर गंभीर घायल होने के कारण जयपुर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान चिरंजी ने दोपहर करीब तीन बजे दम तोड़ दिया। देर रात मृतक का शव लेकर परिजन गांव पहुंचे।
चिरंजी की मौत के बाद परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है। चिरंजी के परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है। वह सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था।
गोविंदगढ़ थाने के कार्यवाहक थानाधिकारी श्याम लाल मीणा ने बताया कि मृतक के बेटे योगेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। फिलहाल कानून व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस व प्रशासन के अधिकारी व फोर्स कस्बे में तैनात है।
गोविंदगढ़ मॉब लिंचिंग मामले की बीजेपी ने की निंदा
भारतीय जनता पार्टी ने अलवर जिले के गोविंदगढ़ में चिरंजीलाल सैनी की मॉब लिंचिंग कर की गई हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने चिरंजी लाल सैनी की एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा घेर कर हत्या करने की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि एक साधारण व्यक्ति जो दैनिक कार्य करके अपना घर का खर्च चलाने का काम करता था। बिना किसी कारण के जिस प्रकार उसकी हत्या की गई यह मॉब लिंचिंग का स्पष्ट उदाहरण है।
उदयपुर में कन्हैया लाल और उसके बाद गोविंदगढ़ में चिरंजीलाल को समुदाय विशेष के लोगों द्वारा घेर कर मारने की घटना ने आम आदमी के मन से राजस्थान में कानून के शासन के भ्रम को पूरी तरह निकाल दिया है। यह और अधिक चिंता को बढ़ाता है। क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के हिसाब से देश में अपराध के मामले में राजस्थान एक नंबर पर हैं और उसमें भी अलवर जिला राजस्थान में नंबर एक पर आता है।
उन्होंने कहा कि जाती हुई सत्ता के भागीदारों ने मलाई खाने की होड़ में थाने और चौकी सत्ताधारी दल के विधायकों के रहमों करम पर छोड़ दिए हैं। अलवर में इस प्रकार की घटनाओं को और अधिक चिंताजनक स्थिति में पहुंचाया है। किसी भी कारण से होने वाली हत्याओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देने वाले तथाकथित मानव अधिकारों की बात करने वाले नेता और संगठन भी आज मौन हैं, क्योंकि चिरंजीलाल की हत्या पर वक्तव्य उनके वोट को पक्का करने का काम नहीं करता।
डॉ. चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस घटना के ऊपर बिना किसी रंग को देखें, जातीय समाज को देखें तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई कर आरोपियों को उनके अंजाम तक पहुंचाएं।