भारत की नई संसद का काम काफी तेजी से चल रहा है। बता दें कि 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले नए संसद भवन के हॉल की तस्वीरे सामने आई है। सामने आई तस्वीरों में साफ-साफ देखा जा सकता है कि लोकसभा और राज्यसभा के नए चेंबर्स में सांसदों के बैठने के लिए कुर्सियां भी लगा दी गई हैं। नई पार्लियामेंट्री बिल्डिंग को बनाने वाले केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने इसे शेयर किया है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए डेडलाइन नंबर 2022 थी, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह जनवरी के अंत तक तैयार हो जाएगा।
नए लोकसभा सदन से निर्मला सीतारमण करेंगी बजट पेश

बता दें कि नए लोकसभा भवन में 1,000 से ज्यादा सांसदों के बैठने का इंतजाम होगा। हाल ही में संसद की पुरानी और नई बिल्डिंग के बीच खड़ी घेरेबंदी को भी हटा दिया गया है। नई संसद की इमारत की सज-सज्जा का काम चल रहा है। अगर किसी वजह से देरी होती भी है तो कोशिश यह की जा रही है कि बजट सत्र का दूसरा चरण नए संसद भवन में ही हो। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, संसद भवन के निर्माण का काम पूरा हो चुका है और फिनिशिंग का काम चल रहा है। वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि जनवरी के आखिर तक यह काम भी पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में ये उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जनवरी 2023 को नए लोकसभा भवन से संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। इसके बाद, 1 फरवरी 2023 को नए लोकसभा सदन से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। हालांकि, सरकार ने अभी तक यह घोषणा नहीं कि है कि बजट सत्र नए बवन में शुरू होगा या सत्र का दूसरा बाग इसमें आयोजित किया जाएगा। नई संसद को तैयार करनेके लिए केंद्रीय लोक निर्माण विबाग ने इस हफ्ते टेेंडर जारी किए हैं।
GST बढ़ने से लागत में बढ़ोतरी
इसमें मैकेनाइज्ड हाउसकीपिंग के लिए 24.65 करोड़ रुपये का टेंडर शामिल है। नए भवन का प्रोजेक्ट टाटा को 2020 में 861.9 करोड़ रुपए में दिया गया था। हालांकि, कुछ रिपोर्ट में कहा गया है कि इसकी लागत करीब 1,200 करोड़ रुपए तक बढ़ गई है। वहीं निर्माण पर जीएसटी बढ़ने के कारण ये लागत बढ़ी है। साल 2022 में जीएसटी को 12%से बढ़ाकर 18% तक संशोधित किया गया था। ने लोकसभा चैंबर में 888 सीटें हैं और भविष्य में परिसीमन के साथ सदन की संख्या बढ़ने पर और भी अधिक सांसदों को समायोजित करने की क्षमता है। राज्यसभा कक्ष में 384 सीटें हैं।