अपनी जमीन से अवैध कब्जा हटवाने के लिए पुलिस चौकी से लेकर मंडल अफसरों तक दौड़ी जुनवाई थाना क्षेत्र के गांव अहरौला निवाजी रामजलेबी को गोरखपुर मंख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचने पर न्याय मिल गया। वहीं विधवा रामजलेबी की शिकायत को नजरअंदाज करने वाले दरोगा राजेश पांडेय और वीरेंद्र प्रकाश को निलंबित कर दिया गया है।
जानिए पूरा मामला
जनपद की गुन्नौर तहसील क्षेत्र के गांव अहरोला नवाजी की निवासी विधवा महिला रामजलेबी की जमीन पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर लिया था जिसकी शिकायत पीड़िता ने जिले के सभी अधिकारियों से फरियाद लगाई लेकिन न्याय नहीं मिलने पर महिला ने गोरखपुर जाकर योगी आदित्यनाथ के दरबार में फूट फुट कर फरियाद लगाई अपने साथ हुई घटना का बयान किया पुलिस ने दूसरे पक्ष से मिलकर विधवा महिला के एक लड़के पर फर्जी केस दर्ज भी किया गया और जमकर परेशान किया गया।
तब यूपी सीएम ने तत्काल एक्शन लेते हुए जिले के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए पीछे हुई कार्यवाही का ब्योरा तलब किया ।जिले पर आदेश आते ही जिले के अधिकारी एक्शन में आए और महिला की जमीन को कब्जा मुक्त कराने भारी पुलिस फोर्स लेकर गांव पहुंच गए और तत्काल प्रभाव से जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया । जब मौके पर मीडिया पहुंची तो जिले के आला अधिकारी बचते नजर आए।
पीड़ित महिला ने बताया की मुझे जिले के अधिकारियों से कोई न्याय नहीं मिला तो मेने सीएम योगी आदित्यनाथ के दरबार में गुहार लगाई तब जाकर मुझे डेढ़ साल से कब्जा में की गई जमीन मुक्त हुई लेकिन अभी अधिकारियों ने मुझे पूरी जमीन नही दी है मेरी जमीन तीन बीघा में ढाई बीघा मिली है अगर मुझे पूरी जमीन नही मिली तो योगी जी के दरबार में फिर से फरियाद लगायूंगी।