Amarnath Yatra Cloud Burst: जम्मू-कश्मीर में श्री अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटने से आई बाढ़ में तीन महिलाओं समेत 15 लोगो की मौत हो गई। करीब 48 श्रद्धालु घायल और लगभग 35 लापता हैं, पांच यात्रियों को बचा लिया गया है। चश्मदीदों के मुताबिक अमरनाथ की गुफा के दाहिनी तरफ से पानी का भयानक बहाव आया और पलक झपकते ही सबकुछ तबाह हो गया। जहां कुछ देर पहले तक टेंट थे, लंगर था वहां कुछ सेकेंड के बाद ही मलबा था और कीचड़ की एक नदी बह रही थी। दो लंगर हाउस तो इस सैलाब में पूरी तरह से बह गए। इसके अलावा पानी के तेज़ बहाव से श्रद्धालुओं के 15 से 20 कैंप्स को भी अपनी चपेट में ले लिया। सुरक्षा बलों का कहना है कि इस हादसे की चपेट में चालीस से पचास लोग आ गए थे। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है।
आपको बता दें कि हर रोज करीब 15 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा पहुंच रहे हैं। एक हफ्ते पहले ही 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है और एक हफ्ते में ही कई बार खराब मौसम की वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर हालात के बारे में जाना और हर संभव मदद का भरोसा दिया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ट्वीट कर लिखा कि शोकग्रस्त स्वजन के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। फंसे हुए लोगों की मदद के लिए राहत और बचाव उपाय जोरों पर हैं। मैं प्रार्थना और उम्मीद करता हूं कि यात्रा फिर जल्द शुरू हो।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। बचाव और राहत अभियान जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
10 मिनट में सब कुछ बदल गया
जब बादल फटा उस समय करीब 15 हजार श्रद्धालु पवित्र गुफा और पंचतरणी के आसपास के इलाके में थे। पवित्र गुफा के ऊपरी हिस्से से करीब छह किलोमीटर पीछे मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण बादल फटा था। इससे पवित्र गुफा के साथ बहने वाले नाले में बाढ़ आ गई।
पवित्र गुफा के पास मौजूद श्रद्धालु राजकुमार ने कहा कि शाम को आसमान में अचानक बादल छाने लगे और कुछ ही देर में हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। करीब 10 मिनट भी नहीं बीते थे कि अचानक बादल फटने से जोरदार गर्जना हुई और फिर मूसलधार वर्षा के साथ पवित्र गुफा के पीछे से पत्थर और भारी मात्रा में मिट्टी बहती नजर आई। इस दौरान कई श्रद्धालु भी इसकी चपेट में आ गए। मोहित कुमार नामक एक अन्य श्रद्धालु ने कहा कि हम एक लंगर पर चाय पी रहे थे, तभी तेजी से आए बाढ़ के पानी ने पूरे लंगर को तबाह कर दिया।
अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है। उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किए हैं जिस पर संपर्क कर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप इस हादसे को लेकर कोई भी जानकारी लेना चाहें तो इन नंबर्स पर फोन कर सकते हैं- 011- 23438252, 011-23438253, 0194-2496240, 0194-2313149