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गिरोह के गोलमाल खेल का पर्दापाश, जानें लोन पर गाड़ी निकलवाने, बेचने और

गिरोह के गोलमाल खेल का पर्दापाश, जानें लोन पर गाड़ी निकलवाने, बेचने और फिर से उसे चोरी करने तक… कैसे करते थे प्लानिंग

मेरठ में गरीबों को निशाना बनाने वाले एक गिरोह पर्दाफाश हुआ है। दरअसल वह पहले उनसे लोन कराकर गाड़ी निकलवाते थे इसके बाद गाड़ी को चुराकर दोबारा बेचने का काम करते थे। यही नहीं फिर उसी गाड़ी को चोरी कर लेते थे। मेरठ पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से चार चोरी की गाड़ियां बरामद की हैं। पुलिस ने बताया कि 4 आरोपी अभी फरार हैं।

कैसे तैयार होते थे फाइनेंस के कागजात

वहीं मेरठ पुलिस अधिकारियों ने खुलासा करते हुए बताया कि मेरठ की एसओजी टीम और थाना ब्रह्मपुरी पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान में मेरठ के नूर नगर लिसाड़ी गेट रोड के पास 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके नाम दिलीप और गौरव हैं। जिनके पास से 4 कार भी बरामद हुई हैं।

पुलिस ने बताया कि आरोपी 10% रकम फाइनेंस कंपनी को जमा करा कर गरीब लोगों के नाम गाड़ियां खरीदते थे। फिर नई गाड़ियों को वह किसी को भी 3-4 लाख में बेच देते थे।  पुलिस ने बताया कि इन गाड़ियों के फाइनेंस के कागजात और एनओसी संदीप तैयार करता था। इससे पहले भी कई गाड़ियों के कागजात संदीप ने तैयार कराकर बेची हैं। बैंक वाले भी उन्हें पकड़ नहीं पाए।

गरीबों को कैसे बनाते थे बवकूफ

पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जिन व्यक्तियों के नाम यह गाड़ियां ली जाती थी। वह बाहर के रहने वाले हैं और उनकी आईडी लगाकर किराए पर मकान दिखा कर 10 % पैसे बैंक में जमा करा दिया करते थे। बाकी बैंक से लोन स्वीकृत करा लेते थे और जिसके नाम से गाड़ी जाती थी उसको 20-30 हजार देकर वापस उनके घर भेज दिया जाता था। फिर आरोपी इन गाड़ियों के फर्जी पेपर तैयार कर बेचकर पैसा कमा लेते थे और बाद में उन्हीं गाड़ियों को चोरी भी करा लेते थे।

माफिया छुपकर अलग-अलग जगहों पर कर रहे काम

आरोपियों ने यह भी बताया कि जो गाड़ी बिक नहीं पाती थी। उसको वह सोती गंज मेरठ के ताहिर और शाहिद को बेच देते थे। वह लोग कहीं बाहर जाकर गाड़ियों के पार्ट्स अलग-अलग कर बेच देते थे। मेरठ की सोतीगंज बाजार के लिए प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री ने भी अपने भाषण में जिक्र किया था। जिसके बाद मेरठ के अंदर सोतीगंज  कमेले को बंद तो करा दिया है। लेकिन उसके बावजूद कहीं ना कहीं गैंगस्टर और माफिया छुपकर अलग-अलग जगहों पर काम कर रहे हैं।

2 गिरफ्तार, 4 फरार

बता दें कि पुलिस ने गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके नाम दलीप और गौरव हैं जबकि गिरोह के अन्य 4 सदस्य सचिन, संदीप ,ताहिर ,शाहिद अभी फरार चल रहे हैं। पुलिस ने बताया कि इनके पास से चारी की गाड़ियां बरामद हुई हैं। जिसमें 1 अर्बन क्रूजर 2 अर्टिगा और 1 स्विफ्ट डिजायर है। साथ ही इनके पास से दो गाड़ियों की आर सी भी बरामद हुई है। पुलिस उन लोगों की भी तलाश कर रही है। जिनको बेवकूफ बनाया गया है।

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