काफी बार ऐसा होता हैं कि हम पढ़ना तो चाहते हैं पर क्या तो हमारे पास पैसे नहीं होते या हम कोलॉज नहीं जा पाते।तो वो लोग भी अब अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। यानि डिस्टेंस से डिग्री पा सकते हैं। अब ये आप सोच रहे होंगे की इसमें क्या बड़ी नई बात है। डिस्टेंस पढ़ाई तो काफी समय से चली आ रही है.पर पहले उस समय में ऑनलाइन डिग्री को कौन पूछता था.उसकी कोई वैल्यू नहीं होती थी पर अब ऐसा नहीं हैं.अब से ऑनलाइन डिग्री की वैल्यू पारपंरिक शिक्षा डिग्री के समान होगी। देश में एक बड़ी संख्या में छात्र किसी कारण रेगुलर डिग्री की जगह डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री कोर्स में एडमिशन लेते हैं। खासकर नौकरी करने वाले लोगों के लिए डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री काफी सुविधाजनक होती है। हालांकि डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री को पारंपरिक डिग्री के समान महत्व नहीं मिलता था। लेकिन अब डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री को पारंपरिक डिग्री के समान तवज्जोह दी जाएगी।
पारपंरिक शिक्षा डिग्री के समान
बहुत बड़ी गुड़ न्यूज़ है आप लोगो के लिए। UGC यानि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने छात्रों के हित में एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। UGC ने कहा कि मान्यता प्राप्त संस्थानों से डिस्टेंस और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमों की डिग्री को पारपंरिक शिक्षा डिग्री के समान माना जाएगा। यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने कहा कि डिग्री विशिष्टता, 2014 पर यूजीसी की अधिसूचना के अनुरूप उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा ओपन और डिस्टेंस या ऑनलाइन माध्यम से ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट स्तर पर दी जाने वाली डिग्री और डिप्लोमा को पारंपरिक शिक्षा माध्यम की डिग्री और डिप्लोमा के बराबर माना जाएगा।अगर देखा जाये तो कुछ लोग है जो किसी करणवश पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं या कॉलेज नहीं जा पाते। तो उनके लिए ये होना बेहद जरूरी था।