यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग द्वारा संचालित एवं प्रस्तावित विविध निर्माण परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान सीएम योगी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने युवाओं और बच्चों के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के निर्माण कार्य से लेकर बुजुर्गों, महिलाओं, और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं तक की बात की।
ड्रोन से हो परियोजना स्थल का भौतिक निरीक्षण
सीएम योगी ने दिशा- निर्देश देते हुए कहा कि चिकित्सा शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग से जुड़ी निर्माण परियोजनाओं की साप्ताहिक तुरंत समीक्षा की जाए। धन की कमी नहीं है इसलिए समय पर निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए।
सीएम योगी ने आगे कहा कि ड्रोन के माध्यम से परियोजना स्थल का भौतिक निरीक्षण किया जाए। साथ ही इसकी रिपोर्ट विभागीय मंत्रियों को सौंपी जाए। प्रोजेक्ट मैनेजर साइट पर मौजूद रहें। ताकि कहीं मैनपॉवर कम हो तो अतिरिक्त की व्यवस्था तत्काल हो सके। अगर फिर भी कहीं कोई समस्या आ रही हो तुरंत इसकी जानकारी तो मुख्यमंत्री कार्यालय में दी जाए। इसके अलावा परियोजनाओं की साप्ताहिक प्रगति से विभागीय मंत्रियों को अवगत कराया जाए।
सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो
सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज के संकल्प के साथ राज्य सरकार लगातार आगे बढ़ रही है। जिसके चलते सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज क्रियाशील होने चाहिए। यह हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। बुलन्दशहर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बिजनौर, चंदौली, कौशाम्बी, गोंडा, औरैया, ललितपुर, सोनभद्र, कानपुर देहात, कुशीनगर और सुल्तानपुर जनपदों में मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य में तेजी लाने की जरूरत है।
जून 2023 तक पूरा प्रत्येक दशा में कार्य पूरा हो
इसी प्रकार अटल मेडिकल विश्वविद्यालय में भवन निर्माण में भी तेजी अपेक्षित है। अनावश्यक लेटलतीफी पर जवाबदेही होनी चाहिए। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। यह परियोजनाएं व्यापक जनहित के लिए है, इसमें देरी स्वीकार्य नहीं हैं। इसे एक मिशन की तरह लिया जाए। जिससे कार्य में तेजी आएगी। ये कार्य प्रत्येक दशा में जून 2023 तक पूरा करा लिया जाए। समय के साथ- साथ निर्माण कार्य की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए।
निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें
वहीं सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में युवा शक्ति की बड़ी जनसंख्या और उनकी शिक्षा की गुणवत्ता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा मां शाकुम्भरी राज्य विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ तथा महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ के रूप में तीन नए राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई है। इनके भवन निर्माण के कार्य को समय से पूरा कराया जाए। साथ ही जननायक चंद्रशेखर बलिया विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
ध्यान दें दुर्घटना का सबब ना बने ब्रेकर
वहीं बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं, मरीजों को अनावश्यक परेशानी न उठानी पड़े इसके लिए सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा है कि स्पीड ब्रेकर निर्माण करते समय स्पीड ब्रेकर टेबल टॉप हों। उनका निर्माण करते समय लोगों की सुविधा का ध्यान भी रखें। क्योंकि खराब डिजाइनिंग की वजह से अक्सर लोग स्पीड ब्रेकर के किनारे से वाहन निकालने का प्रयास करते हैं जिससे अक्सर दुर्घटना भी होती है। इस पर विशेष ध्यान दें
प्लास्टिक वेस्ट से बन रही सड़कें
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क निर्माण की तकनीक सुधार की दिशा में अभिनव कार्य हुए हैं। जिसके चलते ग्राम्य अभियंत्रण विभाग ने एफडीआर तकनीक आधारित सड़क तैयार कर सड़क की गुणवत्ता को बेहतर किया। इसके अलावा लागत को भी कम किया है। सीएम ने बताया कि फुल डेप्थ रेक्लेमेशन तकनीक यानी एफडीआर के जरिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण कार्य कराया जा रहा है। आज भारत सरकार ने कई राज्यों को हमारे इस प्रयास मॉडल से सीखने-जानने को भेजा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। अब प्लास्टिक वेस्ट से सड़कें बन रही हैं। पीडब्ल्यूडी द्वारा भी ऐसी अभिनव तकनीक अपनाया जाए।
IRC के 81वें अधिवेशन की मेजबानी करेगा यूपी
सीएम योगी आगे कहते है कि इस वर्ष भारतीय सड़क कांग्रेस याई IRC के 81वें अधिवेशन की मेजबानी उत्तर प्रदेश को मिली है। 08 से 11 अक्टूबर तक होने वाले इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भारत सरकार के माननीय मंत्रीगण की सहभागिता निश्चित है। इसके अलावा अतिरिक्त, सड़क निर्माण से जुड़ीं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं या कंपनियों के 2000 प्रतिनिधि भाग लेने वाले हैं। कार्यक्रम के गरिमामय आयोजन के लिए मुख्य सचिव के स्तर पर लोक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के बीच समन्वय बैठक की जाए।
साथ ही सीएम ने कहा कि भारतीय सड़क कांग्रेस में प्रतिभाग करने वाले डेलीगेट्स की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। आतिथ्य प्रबंधन बेहतर होना चाहिए। डेलीगेट्स को लखनऊ, अयोध्या, वृंदावन, मथुरा, प्रयागराज, आगरा जैसी हमारी संस्कृति से प्रतीक स्थलों का भ्रमण भी कराया जाना चाहिए।
तैयार रिपोर्ट तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय भेजें
अंत में सीएम योगी कहते है कि प्रदेश में NHAI द्वारा संचालित सभी परियोजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए। रिपोर्ट तैयार होने के बाद तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए।