कानपुर देहात के मड़ौली में 13 फरवरी को आग से जिंदा जलकर मां-बेटी की मौत हो गई थी। अब मड़ौली कांड जैसा ही एक औप मामला सामने आया है। बता दें कि महिला ने पुलिस के सामने तेल डालकर आग लगाने की कोशिश की हालांकि महिला पुलिसकर्मियों की सक्रियता से महिला को सुरक्षित बचा लिया गया है। बता दें कि मीरा देवी पिछले कई महीनों से अपने पड़ोसी से कुएं और रास्ते के विवाद से परेशान चल रही थी। उन्होंने कई बार पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई लेकिन मीरा को नहीं पता था की यहां कार्यवाहि तब होती है जब या तो खुद समस्या खत्म हो जाए या शिकायतकर्ता ।
कुछ ऐसा ही हुआ जब पुलिस और प्रशासन से न्याय न मिलने पर पीड़िता ने खुद पर तेल डालकर पुलिस वालों के सामने ही आग लगाने का प्रयास किया। मीरा देवी का अपने पड़ोसी रचना से विवाद इतना बढ़ा की उसने खुद को कमरे में बंद कर आग लगाने की धमकी दे डाली और कानपुर देहात में मां बेटी की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गाय और दमकल की गाड़ी सहित पुलिस गांव पहुंच गयी और फिर पुलिस के सामने ही घर से पेट्रोल डाल महिला बीच गांव में पुलिस के सामने ही आग लगाने लगी। जहां एक तरफ न्याय न मिलने से तंग आकर महिला खुदकुशी जैसा बड़ा फैसला लेने को मजबूर है तो वहीं एक दिन में पुलिस ने कौन से घुट्टी पिला दी की पीढ़ित पुलिस के गुणगान गा रही है न पुलिस से कार्यवाही से निराश, न पुलिस से कोई शिकायत,कुछ ही देर बात कर अधिकारियों से पीड़िता ने खुद को ही मानसिक रूप से बीमार बताना शुरू कर दिया।
पुलिस कार्यालय के बयान पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं क्षेत्राधिकारी ने कहा की जमीनी रास्ते और कुएं को लेकर विवाद था वही पीड़िता मीरा ने एक पत्र लिखकर खुद को आग लगाने की बात जिला प्रशासन को भेजी थी जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और दो थाने की फोर्स क्षेत्राधिकारी और दमकल की गाड़ियां मंगलपुर थाना क्षेत्र के जैतापुर गांव में पहुंच गए महिला को पुलिस के अनुसार समझाया गया और उसे मेडिकल कराकर पुलिस के आला अधिकारियों से मिलवाया गया जहां महिला पूरी तरीके से संतुष्ट थी।