लखनऊ-माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड ने मंगलवार को अपने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी किया था। राजधानी में जहां आधा दर्जन से अधिक छात्रों ने स्टेट की मेरिट में स्थान प्राप्त किया। तो वहीं लखनऊ के एल्डेको उद्यान टू के रहने वाले एक 12 वर्षीय छात्र ने भी यूपी बोर्ड की परीक्षा में नया कीर्तिमान बना दिया है। राष्ट्रम आदित्य श्री कृष्ण ने 12 साल की उम्र में इंटरमीडिएट की परीक्षा में 54.4% से अधिक नंबर लाकर सबको चौका दिया है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहता है आदित्य
जिस बोर्ड परीक्षा को देने में अच्छे-अच्छे छात्रों के पसीने छूट जाते हैं। वहीं राष्ट्रम आदित्य में यह परीक्षा घर पर ही पढ़ाई कर के पास कर लिया है। मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद छात्र को यूपी बोर्ड में प्रवेश मिला था। जिसके बाद छात्र ने सबसे कम उम्र में इंटर की परीक्षा पास करने के साथ ही, सबसे कम उम्र में ग्रेजुएशन में भी रिकॉर्ड बनाने जा रहा है। छात्र राष्ट्रम आदित्य ने बताया कि वह अब आगे चलकर चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहता है। इसके लिए वह प्रवेश परीक्षा देने की तैयारी कर रहा है।
सीएम योगी के हस्तक्षेप के बाद मिला था कक्षा 9वी में प्रवेश
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कृष्ण के पिता प्रोफेसर पवन कुमार आचार्य ने बताया कि जब उनका बेटा 3 साल का था तो वह रूबिक्स क्यूब को चंद सेकेंड में सॉल्व कर देता था। जिसके बाद उन्हें अपने बेटे के अंदर कुछ यूनीके होने का पता चला। शुरुआत में उन्होंने अपने बच्चे की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल में करवाई। जब वह 7 वर्ष का था तो वह आसानी से जनरल नॉलेज, सोशल साइंस व दूसरे विषयों को समझ लेता था। अपने बेटे के इसी टैलेंट को देखते हुए उन्होंने स्कूल प्रिंसिपल से इसे आगे की कक्षा में प्रमोट कर प्रवेश देने की बात कही। जिसे प्रिंसिपल ने सिरे से खारिज कर दिया।
CBSE और CISCE बोर्ड में नहीं मिला आदित्य को प्रवेश, फिर….
प्रोफेसर आचार्य ने बताया कि इसके बाद वह सीबीएसई के चेयरमैन इस संबंध में पत्र लिखा और अपने बच्चे को कक्षा 9 में प्रवेश दिलाने का आग्रह किया। लेकिन सीबीएसई ने अपने नियमों का हवाला देते हुए इतने कम उम्र के बच्चे को कक्षा 9 में प्रवेश देने से साफ इनकार कर दिया। ऐसा ही रिस्पांस उन्हें सीआइएससीई बोर्ड से भी मिला। जब इन दोनों केंद्रीय बोर्ड ने बच्चे को नौंवी कक्षा में प्रवेश देने से मना कर दिया तो मैंने माध्यमिक शिक्षा परिषद के तत्कालीन सचिव नीना श्रीवास्तव से मुलाकात की।
8 साल की उम्र में आदित्य को ऐसे मिला कक्षा 9 में प्रवेश
लेकिन उन्होंने भी नियमों का हवाला देते हुए साफ तौर पर इंकार कर दिया। जिसके बाद तत्कालीन शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री रहे डॉ. दिनेश शर्मा को पत्र लिखा और सारी जानकारियां उनसे साझा की। डॉ. शर्मा ने मेरे पत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ में रखा। जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बच्चे को नियम में शिथिलता बरते हुए नौवीं कक्षा में प्रवेश देने की अनुमति दी।
साल 2018 मैं जब मेरा बेटा उस समय साढ़े 8 साल का था, तो उसे एमडी शुक्ला स्कूल में कक्षा 9वी में प्रवेश मिल गया। इसके बाद वह वहीं से प्रवेश लेकर लगातार पढ़ाई कर रहा। उसकी ज्यादातर पढ़ाई घर पर ही हुई है। आज 4 साल के बाद उसने सवा 12 साल की उम्र में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली।
मम्मी ने यूट्यूब से पढ़ाई कर 12वीं की तैयारी कराई
प्रोफेसर पवन कुमार आचार्य ने बताया कि मेरी पत्नी को एक स्कूल टीचर रही है। उन्होंने हाईस्कूल तक के बच्चों को गणित की क्लास ली है। पर जब बेटा बारहवीं में पहुंचा तो गणित विषय उनके लिए थोड़ा सा मुश्किल हुआ। लेकिन उन्होंने अपने बच्चे को पढ़ाने के लिए यूट्यूब व दूसरे माध्यमों से खुद इंटर के गणित के विषयों को समझा और फिर बाद में उसे अपने बच्चे को पढ़ाया।
मां प्रिया ने बताया कि बच्चे को घर पर ही क्लासेस करवाया है। कभी सुबह 2 घंटा तो कभी शाम को, इस तरह से बच्चे को पढ़ाया है। उसने जो भी कुछ पढ़ा है वह घर पर ही मेरे द्वारा पढ़ाया गया है। मैंने उसे पहले हाईस्कूल की परीक्षा की तैयारी करवाई। इसके बाद इंटर परीक्षा की तैयारी के लिए मैंने खुद ही यूट्यूब और दूसरे माध्यमों से इंटर के सिलेबस को पूरा किया। फिर अपने बच्चे को पढ़ाया है।