उत्तर प्रदेश में पिछले 65 घंटों से चल रही बिजली कर्मियों की हड़ताल खत्म हो गई है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि कर्मी रात 10 बजे से काम कर वापस लौटने लगेंगे और चरमराई हुई बिजली व्यवस्था दोबारा ठीक हो सकेगी। बता दें कि रविवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा अचानक बिजलीकर्मियों के नेताओं से बैठक करने पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय लिया। बिजलीकर्मियों के नेताओं से बैठक करने पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय लिया। बिजली कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल के कारण राज्य के कई हिस्सों में बिजली सप्लाई ठप हो गई थी, जिसके बाद कई जगहों पर आक्रोशित जनता सड़क पर उतर आई थी।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बीच शनिवार की देर रात बातचीत चली थी, जो बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई थी। वीकेएसएसएस के संयोजक शैलेंद्र दुबे समेत 22 हड़ताली इंजीनियरों के खिलाफ एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। दुबे ने कहा था कि अगर उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया, तो भी हड़ताल जारी रहेगी।
लोगों ने जमकर किया था विरोध
बिजलीकर्मियों की हड़ताल के कारण प्रयागराज और लखनऊ के कई हिस्सों में बिजली कटौती को लेकर विरोध करना शुरू हो गया था। लखनऊ में सिंगरनगर में लोगों ने लखनऊ-कानपुर रोड जबकि प्रयागराज के कोठा परचा इलाके में सड़को को जाम कर दिया गया था। इससे पहले बैठक में मंत्री ने हड़ताली कर्मचारियों को काम पर लौटने या नौकरी गंवाने की चेतावनी दी थी।उन्होंने कहा था कि 1,332 ठेका कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है और काम पर न लौटने पर 1 हजार कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है।