योगी सरकार बदमाशों और गुंडे माफियाओं पर नकेल कसने में जुटी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की ठान ली है। इस कड़ी में प्रदेश की जेलों में बंद कुख्यात अपराधियों और माफियाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए जेलों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से लैस किया जायेगा। यानी जेलों में कुख्यात अपराधियों की AI से निगरानी होगी। वहीं पांच हाई सिक्युरिटी वाली जेलों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। ड्यूअल व्यू स्कैनर बैगेज, फुल ह्यूमन बॉडी वार्न स्कैनर और मुलाकात घर के लिए कांटेक्ट लैस ग्लास समेत नई तकनीक वाले उपकरण लगाए गए।
इसके अलावा जेलों में निरूद्ध कैदियों की रिमांड के लिए 145 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल स्थापित किये जा चुके हैं। वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रस्तावित बैठकों के लिए मल्टी कांफ्रेंस यूनिट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी सर्विलांस यूनिट की स्थापना की जा रही है। जेलों में संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करते हुए कम से कम 30 कैमरे लगाए गए है। इस कड़ी में वर्तमान समय मे सभी कारागारों में 3600 से अधिक सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं। 1200 से अधिक कैमरे संयोजित हो चुके है, जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के द्वारा अलर्ट मिलता है।