उत्तर प्रदेश रेरा ने 13 बिल्डरों पर 1.77 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बिल्डरो ने रेरा के आदेशों का पालन नहीं किया। इसी वजह से यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि रेरा ने बिल्डरों से आदेशों की अनुपालन रिपोर्ट 15 दिनों के अंतर प्रस्तुत करने और जुर्माने की धनराशि एक माह के अंदर जमा करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि सबसे अधिक गार्डेनिया इंडिया लिमिटेड बिल्डर पर 62.13 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं थ्री सी ग्रीन डेवलपर्स बिलडर पर सात लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अधिकारियों ने बताया किएक माह के अंदर पैसे अगर जमा नहीं किया तो बिल्डरो के खिलाफ रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। यूपी रेरा में अभी तक 46 हजार से अदिक शिकायत आ चुकी हैं। इनमें से करीब 80 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण हो चुका है, लेकिन ज्यादातर आदेशों का पालन बिल्डरों ने नहीं किया है। खरीदार लगातार आदेश का पालन कराने की अपील यूपी रेरा से कर रहे हैं। शिकायत के बाद यूपी रेरा बिल्डर को नोटिस जारी कर आदेशों का पालन करने की चेतावनी दे रहा है। उसके बाद भी बिल्डर आदेशों का पालन नहीं कर रहे है। जिस पर यूपी रेरा जुर्माना लगा रहा हैं।
जानिए वो कौन से बिल्डर है, जिन पर लगा जुर्माना
- एलीगेंट इंफ्राकॉन बिल्डर पर 7.93 लाख का जुर्माना
- रूद्रा बिल्डवेल पर 3.12 लाख रुपये
- यूनिबेरा डेवलपर्स पर 6.31 लाख रुपये का जुर्माना
- केवी डेवलपर्स पर 6.67 लाख रुपये का जुर्माना
- थ्री सी ग्रीन डेवलपर्स पर 42.20 लाख का जुर्माना
- अंतरिक्ष इंजीनियर्स पर 6.98 लाख
- अंतरिक्ष रियलटेक पर 8.90 लाख का जुर्माना लगा
- अनिल गुप्ता बिल्डर पर 9.2 लाख रुपये का जुर्माना
- आइडिया बिल्डर पर 6.80 लाख रुपये का जुर्माना
- गार्डेनिया डेवलपर्स पर 7.57 लाख
- लॉजिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर 9.60 लाख का जुर्माना
- सन सिटी हाईटेक पर 47 हजार रुपये का जुर्माना
बता दें कि ऐसे कई बिल्डरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। 111वीं बैठक में 13 बिल्डरो पर 1.77 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। अन्य बिल्डरों को भी चिह्नित किया जा रहा है।