Bihar Election : आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के सुप्रीमो तेज प्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। चुनावी व्यस्तताओं के बीच उन्होंने अपने कार्यक्रमों को स्थगित कर एक समर्थक की अंतिम यात्रा में शामिल होकर सबका ध्यान खींच लिया। तेज प्रताप अपने हेलीकॉप्टर से महुआ पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक समर्थक मोहम्मद हुसैन के परिवार से मुलाकात की, जनाजे को कंधा दिया और कब्र पर मिट्टी डालकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
सूत्रों के मुताबिक, आज बिहार के विभिन्न इलाकों में तेज प्रताप यादव की कई जनसभाएं निर्धारित थीं, लेकिन जैसे ही उन्हें महुआ के मोहम्मद हुसैन के निधन की खबर मिली, उन्होंने तुरंत अपने प्रचार कार्यक्रमों को रद्द कर दिया। इसके बाद उनका हेलीकॉप्टर महुआ के डोगरा क्षेत्र में उतरा और वहां से वे सीधे हुसैन के घर पहुंचे।
परिवार से अलग होकर चुनावी मैदान में डटे
पार्टी और परिवार से अलग होने के बावजूद तेज प्रताप अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र महुआ से जुड़ाव बनाए रखे हुए हैं। इस बार वे अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के प्रत्याशी के रूप में महुआ विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं और लोगों से जुड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे।
महुआ से तेज प्रताप यादव का पुराना नाता है — वर्ष 2015 में वे आरजेडी के टिकट पर यहीं से चुनाव जीतकर स्वास्थ्य मंत्री बने थे। हालांकि 2020 के चुनाव में उन्होंने हसनपुर विधानसभा से किस्मत आजमाई और वहां से विजयी हुए। बाद में पार्टी नेतृत्व से मतभेदों के चलते उन्हें आरजेडी से बाहर कर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने अपनी अलग पार्टी की स्थापना की।
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हाल ही में एक इंटरव्यू में तेज प्रताप ने कहा था — “आरजेडी में वापसी मेरे लिए मौत से भी बदतर होगी। मैं सिद्धांतों पर चलता हूं, सत्ता की लालसा नहीं रखता।” महुआ की इस यात्रा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि तेज प्रताप यादव राजनीति से ऊपर इंसानियत को प्राथमिकता देते हैं और अपने समर्थकों के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहते हैं
