पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का आज बहुमत परीक्षण है। इसके लिए एनडीए और INDIA गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती है। लेकिन आज होने वाले फ्लोर टेस्ट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तथा सरकार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी दोनों बड़े नेता अपने सरकार के पक्ष में वोट नहीं कर सकते हैं।
क्यों नहीं रहेंगे फ्लोर टेस्ट का हिस्सा
बिहार में आज फ्लोर टेस्ट होना है। जहां नीतीश कुमार आज सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे। अगर वो बहुमत साबित कर लेते हैं, तो उनकी सरकार बनी रहेगी। लेकिन अगर वो ऐसा करने में सफल नहीं रहते है, तो उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। लेकिन सदन में बहुमत साबित करते हुए अपने मत का उपयोग नहीं कर पाएंगे। उनके समानांतर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री भी अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। यहां हम आपको बताते है, आखिर वो अपने मत का क्यों नहीं कर पाएंगे।
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दोनों विधान परिषद् के सदस्य हैं
सरकार को विधायकों का समर्थन है या नहीं यह जानने के लिए सदन में राज्यपाल द्वारा फ्लोर टेस्ट करवाया जाता है। जिसे विधानसभा अध्यक्ष के समाने सरकार को साबित करनी होती है कि सरकार के पास बहुमत है या नहीं। जिसका फैसला फैसला विधानसभा के सदस्यों की संख्या-बल से होता है। लेकिन आज जब विधानसभा में सरकार का बहुमत परीक्षण किया जाएगा तो नीतीश सरकार अपने फ्लोर टेस्ट में उपस्थित तो रहेंगे, लेकिन अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। उनके साथ साथ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भ अपने मत का प्रयोग नहीं कर सकेंगे।क्योंकि एनडीए के दोनों नेता विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। बल्कि वो विधान परिषद के सदस्य है। इसलिए वो अपने मतों का प्रयोग नहीं कर सकेंगे।