देश भर में होने वाले 2024 लोकसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टीयों में हलचले तेज होती जा रही है। बेंगलुरू में विपक्षी दलों मे आज एकजुटता से आगे बढ़ने को लेकर बैठक रखी है। वहीं बीजेपी ने भी देखा -देखी में दिल्ली में एनडीए की बैठक आयोजित की है। जिसमें बिहार से चाचा भतीजे की जोड़ी को एक साथ लाने का प्रयास भाजपा ने किया है। वहीं अब दोबारा एनडीेए में शामिल होने के बाद भी इन दोनों के बीच हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर विवाद अभी भी थमा नहीं है।
सीट को लेकर क्या बोले चिराग पासवान?
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बैठक में शामिल होने के न्योता देने के बाद सोमवार को बिहार की जन शक्ति पार्टी के प्रमुख चिरग पासवान ने एनडीए में शामिल होने का फैसला सुना दिया था। जिसके बाद आज दिल्ली प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हो रही एनडीए की बैठक से पहले ही सीट को लेकर चाचा भतीजे के बीच बयानबाजी हुई। बता दे कि मंगलवार को चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि 2019 में गंठबंधन का हिस्सा होते हुए नीतिश कुमार ने हमारे प्रत्याशियों को हराने की कोशिश की थी, मुझे उकसाया गया था लेकिन हमने प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई गलत बात नहीं की थी।
वहीं हाजीपुर सीट को लेकर पासवान ने कहा कि ये सीट मेरे लिए बहुत महत्तवपूर्ण है और गठबंधन में हाजीपुर सीट लेने के लिए हम बात करेंगे। इस पर चाचा जो कहना चाहे कह सकते है वो मेरे पिता के भाई है, मैं उन्हें पिता कि तरह देखता हूं। लेकिन उनकी बयाजबाजी से दुख पहुंचता है। मैंं उन्हें लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं।
पासवान के इस ऐलान पर क्या बोले पशुपति पारस पासवान?
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस पासवान ने भतीजे चिराग पासवान के किए इस ऐलान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये असंभव चीज़ है। इस पर कुछ बोलना भी बेकार है और में हाजीपुर सीट क्यों छोडूंगा। वह मेरी कर्मभूमि है। मैं 1977 से अब तक वहां जनता की सेवा कर रहा हूं साथ ही बताया कि भैया जब राज्यसभा गए थे तो उन्होंने मुझे यहां कि जिममेदारी दी, आज मैं यहां से ही मंत्री हूं। चिराग पहले से ही जुमई से लड़ते आए है तो उन्हें वहीं से लड़ना चाहिए।