नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में श्वेत पत्र पेश किया. श्वेत पत्र यूपीए सरकार के दौरान कथित आर्थिक कुप्रबंधन पर प्रस्तुत किया गया है. श्वेत पत्र पर चर्चा शुक्रवार दोपहर 12 बजे शुरू हो सकती है.
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विरोध में कांग्रेस पेपल लाई ब्लैक पेपर
मोदी सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में श्वेत पत्र पेश किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एनडीए सरकार की ओर से श्वेत पत्र पेश किया. सरकार यह श्वेत पत्र यूपीए शासन के दौरान कथित आर्थिक कुप्रबंधन के खिलाफ लायी है. बता दें कि इसके विरोध में कांग्रेस ने ‘ब्लैक पेपर’ लाने की बात कही है. श्वेत पत्र पर चर्चा शुक्रवार दोपहर 12 बजे शुरू हो सकती है.
श्वेत पत्र में 15 घोटालों का जिक्र
बता दें कि मोदी सरकार द्वारा लोकसभा में श्वेत पत्र के जरिए सांसदों को 2014 से पहले (मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले) देश के शासन, आर्थिक और राजकोषीय संकटों के बारे में जानकारी दी जाएगी. साथ ही आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी सांसदों को जानकारी दी जाएगी. इस खास श्वेत पत्र में यूपीए शासन के दौरान हुए 15 घोटालों का जिक्र है. इसमें 2जी घोटाला, कोयला घोटाला, राष्ट्रमंडल खेल घोटाला आदि घोटाले शामिल हैं.
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श्वेत पत्र में लिखी है ये बातें
श्वेत पत्र में कहा गया है कि यूपीए सरकार ने देश की आर्थिक बुनियाद को कमजोर कर दिया, यूपीए काल में रुपये की कीमत में काफी कमी आई थी, बैंकिंग क्षेत्र संकट में था, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई, भारी कर्ज हो गया. राजस्व का दुरुपयोग किया गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अंतरिम बजट भाषण के दौरान इसका ऐलान भी किया था. उन्होंने कहा था कि सरकार यूपीए दशक और एनडीए दशक को कवर करते हुए एक श्वेत पत्र पेश करेगी. इसमें यूपीए और एनडीए शासन के दौरान वित्तीय प्रबंधन को प्रदर्शित करने के लिए एक तुलनात्मक विश्लेषण शामिल होगा.