New Parliament Building: नई संसद के गजद्वार पर उपराष्ट्रपति ने फहराया तिरंगा, लोकसभा स्पीकर समेत कई विपक्षी नेता पहुंचे

संसद की नई बिल्डिंग पर पहली बार रविवार (17 सितंबर) को तिरंगा फहराया गया। कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए मल्लिकार्जुन खरगे।

उपराष्ट्रपति Photo

दिल्ली में आज 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र से एक दिन पहले उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नए संसद भवन में ध्वजारोहण किया । इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ सभापति जगदीप धनखड़ भी रविवार सुबह 9.30 बजे  संसद की नई इमारत के गज द्वार पर पहुंचे और तिरंगा फहराया। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ-साथ संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और प्रमोद तिवारी भी मौजूद रहे। लेकिन इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल नहीं हुए।

 

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कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए मल्लिकार्जुन खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि मुझे देरी से बुलाया, इसलिए नहीं आ पाया। उन्होंने कहा कि काफी देर से उन्हें आमंत्रण दिया गया। इसलिए वो इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। इसकों लेकर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के महासचिव प्रमोद चंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने अपने पत्र में कहा, “नवगठित कांग्रेस कार्य समिति की बैठकें 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में निर्धारित की गई हैं और कल नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह में शामिल होना संभव नहीं होगा।”

खरगे ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे बहुत दुख हो रहा है कि आमंत्रण इतना लेट मिला। सभी को पता था कि 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में बैठक होने वाली है और मुझे 15 सितंबर की शाम को न्योता भेजा गया। 17 सितंबर की रात को वो दिल्ली पहुंचेगे, ऐसे में चाह कर भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।

आपकों बता दें कि नए संसद भवन का 28 मई को उद्धाटन हुआ था। इस दौरान भी विपक्ष की पार्टियों ने उद्धाटन कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था। नए संसद भवन का उद्धाटन उपराष्ट्रपति ने किया। तो वहीं विपक्ष कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ था। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सेंगोल की स्थापन को लेकर भी सवाल उठाए गए थे।

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