Atiq Ahmad: उमेश पाल की हत्या और दो सरकारी गनर की गोली मारने की घटना से बड़ी खबर सामने आई है। तीन दिन पहले गिरफ्तार किए गए अतीक (Atiq Ahmad) के सहयोगी बल्ली पंडित उर्फ सुधांशु त्रिवेदी ने एक महत्वपूर्ण खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उमेश पाल की हत्या का प्लान यह था कि सुरक्षा कर्मियों की आंखों में मिर्च डालकर उन्हें अलग करना था। इस बीच, उमेश पाल केवल धोबी घाट चौराहे पर रहना चाहता था।
अतीक का बेटा भी था
सूत्रों के अनुसार, अतीक (Atiq Ahmad) के जेल में बंद बेटे ने भी इंटरनेट पर मिर्च स्प्रे का आदेश दिया था. अतीक के बेटे की ऑनलाइन शॉपिंग हिस्ट्री में भी इसका सबूत मिला है। बाल्मीकि ने बताया कि उमेश पाल की हत्या धोबीघाट चौराहे पर नहीं, धूमनगंज में हुई थी। कचहरी से लौटते समय उमेश पाल को धोबी घाट चौराहे पर घेरकर मार डालने का योजना बनाई गई थी।
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योजना के अनुसार सुरक्षा कर्मियों पर हमला नहीं किया जाएगा। इस योजना के असफल होने के बाद दूसरा योजना बनाया गया। बल्ली पंडित ने कहा कि अतीक ने उसे यह काम सौंपा था। उसने कहा कि राजू पाल और उसकी पहले से अदावत चल रही थी, इसलिए अतीक अहमद भी राजू पाल की हत्या करवाना चाहता था।
राजू पाल भी हमला करता था
राजू पाल भी अतीक ने बल्ली पंडित से हमला कराया था, लेकिन वह बाल बाल बच गया था। बाद में अतीक अहमद ने राजू पाल की हत्या की साजिश की। लेकिन राजू पाल की हत्या से लगभग 25 दिन पहले ही बल्ली एक और मामले में सरेंडर कर जेल गया था। बल्ली पंडित ने बताया कि वह उमेश पाल हत्याकांड पर हुई बैठक में उपस्थित था। साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से उसके नौकर राकेश ने फोन पर बातचीत की।
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अतीक ने उसे उमेश पाल को मार डालने को कहा था। 27 मार्च को खुल्दाबाद थाना पुलिस ने बल्ली पंडित उर्फ सुधांशु त्रिवेदी को चकिया से बम के साथ गिरफ्तार किया। वह बालू गिट्टी कारोबारी श्याम पाल से दो लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है और कोर्ट ने उसे जेल भेजा है।