लखनऊ। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिजनौर में एक रैली को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि राजनीति का अपराधीकरण और माफिया जैसे तत्वों का संरक्षण विकास में बड़ी बाधाएं हैं। योगी ने मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कुंवर सर्वेश सिंह के पक्ष में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए 1980 के दुखद मुरादाबाद दंगे का जिक्र किया, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी।
भाजपा ने विकास और सुशासन का मॉडल दिया है
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1980 के दुखद मुरादाबाद दंगे जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। उस हिंसा में मुख्य रुप से निर्दोष व्यापारी, हिंदू और सिख मारे गए और किसी को भी जवाबदेह नहीं ठहराया गया। 2016 में सहारनपुर में सिख विरोधी दंगा हुआ था, लेकिन दंगाई अब छिपकर अपनी जान की भीख मांग रहे हैं। भाजपा ने विकास और सुशासन का मॉडल दिया है। आज यूपी में कोई कर्फ्यू नहीं है, कोई दंगा नहीं है, यहां सब कुछ ठीक है। कर्फ्यू की जगह कांवर यात्रा ने ले ली है। मुरादाबाद के मतदाताओं से पीएम मोदी को तीसरा कार्यकाल देने का अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा के लिए न तो विकास और न ही गरीबों का कल्याण प्राथमिकता है।
अपराधी या तो जेल नहीं तो या नरक में सड़ेंगे : योगी
मुख्यमंत्री विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि अपराधियों और माफिया तत्वों के साथ गठबंधन करके, उन्होंने जनता, विशेषकर महिलाओं और व्यापारियों की सुरक्षा से समझौता किया। भाजपा सरकार अपने वादों और कार्यों पर कायम है। अब, माफिया और अपराधी या तो जेल में सड़ेंगे या नरक में सड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अब कोई भी महिलाओं या व्यापारियों को धमकी देने की हिम्मत नहीं करता है। केवल भाजपा ही ऐसी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है। जो लोग माफिया के सामने झुकते थे, वे इस स्तर की सुरक्षा नहीं दे सकते। एक समय प्रतिष्ठित माफिया आकाओं को अब हेय दृष्टि से देखा जाता है।
राशन और स्वास्थ में सुधार आया : योगी
रैली में 2014 के बाद से हुए सुधारों पर प्रकाश डालते हुए योगी ने कहा कि पहले देश में कई गरीब लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब, 80 करोड़ लोगों को राशन सहायता मिलती है। पहले, एक बीमारी एक परिवार को आर्थिक रूप से तबाह कर सकती थी। लेकिन यूपी में हमने व्यवस्था की है कि अगर किसी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, तो सांसद, विधायक या यहां तक कि एक आम आदमी पत्र लिखता है और पैसा सीधे उसके खाते में भेजा जाता है, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति वित्तीय बाधाओं के कारण स्वास्थ्य सेवा से वंचित न रहे।