Jharkhand: कांग्रेस नेता और झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार यानी की 16 मई, 2024 को बड़ा झटका लगा है। आलम को कोर्ट ने 6 दिनों की ईडी की रिमांड पर भेज दिया है।
दरअसल, 6 मई को ईडी ने आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल (52) और घरेलू सहयोगी जहांगीर आलम (42) से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी ने 36 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जब्त की है।
आलमगीर आलम ने दिया जवाब
हाल ही में आलमगीर आलम ने ईडी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि इसमें मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें संजीव कुमार लाल की गतिविधियों की जानकारी नहीं है।
सितंबर 2020 का मनी लॉन्ड्रिंग मामला Jharkhand पुलिस (जमशेदपुर) की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा और मार्च 2023 में राज्य ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम और कई अन्य दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से जुड़ा है।
राम को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने दावा किया कि राम टेंडर आवंटन और काम के निष्पादन में कमीशन इकट्ठा करता था, अपने वरिष्ठों और नेताओं के बीच 1.5 प्रतिशत कमीशन वितरित करता था।
ईडी राज्य के संपन्न लोगों से जुड़े धन के गबन से संबंधित मामलों की जांच कर रही है और पिछले दो से तीन वर्षों में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी छवि रंजन और पूजा सिंघल सहित राजनीतिक रूप से जुड़े कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।