Kathua Terrorist Attack Latest Update: अमरनाथ यात्रा शुरू होने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पिछले 48 घंटों के अंदर राज्य में यह दूसरा आतंकी हमला है। सोमवार रात को आतंकियों ने सेना के काफिले को निशाना बनाया। कठुआ में पेट्रोलिंग के दौरान आतंकियों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड फेंका और फिर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए। हमले के बाद आतंकी पास के जंगलों में छिप गए। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। लेकिन आतंकी हमले को लेकर कई बड़े खुलासे हो रहे हैं।
पाकिस्तान से आए थे आतंकी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कठुआ आतंकी हमले में 2-3 आतंकियों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। ये आतंकी सीमा पार पाकिस्तान से आए थे। वहीं, स्थानीय लोगों ने आतंकियों को रास्ता दिखाने में मदद की। इन रिपोर्ट्स से साफ है कि सेना पर यह हमला अचानक नहीं हुआ बल्कि एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया।
कठुआ हमले: प्रमुख अपडेट
8 जुलाई 2024 को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले की कुछ प्रमुख बातें:
हमला:
- आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड फेंका और फिर अंधाधुंध फायरिंग की।
- इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए और 5 अन्य घायल हो गए।
- आतंकी घटनास्थल से भाग निकले।
अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आतंकियों ने इस हमले के लिए अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया। ताकि कम समय में ज्यादा से ज्यादा जवानों को निशाना बनाया जा सके। इस हमले में अमेरिकी एम4 कार्बाइन राइफल, विस्फोटक उपकरण और गोला-बारूद का इस्तेमाल किया गया है।
पुलिस जांच:
- प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हमले में 2-3 आतंकी शामिल थे।
- आतंकियों ने अमेरिकी एम4 कार्बाइन राइफल, विस्फोटक उपकरण और गोला-बारूद का इस्तेमाल किया।
- माना जाता है कि आतंकी सीमा पार पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए थे।
- स्थानीय लोगों ने भी आतंकियों को मदद की थी।
बदनोता गांव में हमला क्यों किया गया?
आपको बता दें कि यह हमला कठुआ के बदनोता गांव में किया गया है। यह गांव कठुआ से 150 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाकों में स्थित है। इस गांव में सड़क अच्छी नहीं है और रास्ता भी बहुत खराब है। ऐसे में कोई भी वाहन 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा तेज नहीं चल सकता। शायद इसीलिए आतंकियों ने हमले के लिए बदनोता गांव को चुना और संभव है कि आतंकियों को यह जानकारी स्थानीय लोगों से मिली होगी।
#WATCH | Kathua terror attack: Injured jawans being brought to Community Health Centre in Kathua's Billawar
Five Indian Army soldiers lost their lives in the terrorist attack in the Machedi area of Kathua. pic.twitter.com/oVRvZtGzKs
— ANI (@ANI) July 8, 2024
जांच के दौरान पता चला:
- यह हमला बदनोता गांव में हुआ था, जो कठुआ से 150 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाके में स्थित है।
- आतंकियों ने इस गांव को इसलिए चुना क्योंकि यहां सड़कें खराब हैं और वाहन धीमी गति से चलते हैं।
- आतंकियों को स्थानीय लोगों से इलाके की जानकारी मिली थी।
स्थानीय लोगों ने की मदद
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हमले में 2-3 आतंकी शामिल थे। वहीं, पहाड़ों की चोटी पर 1-2 स्थानीय गाइड मौजूद थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका और फिर सेना के वाहन पर फायरिंग शुरू कर दी। हर बार की तरह आतंकियों ने अपना पहला निशाना ड्राइवर को बनाया। शुरुआती जांच में पता चला है कि आतंकियों ने हमले से पहले स्थानीय लोगों से मदद ली और घटनास्थल के बारे में पूरी जानकारी जुटाई। इसके बाद पूरी प्लानिंग के तहत इस कायराना हरकत को अंजाम दिया गया।
We lost our four more brave soldiers in J&K while an equal number are injured in the terrorist attack in an area of Kathua.
Why the attacks are increased in Modi 3.0?
The firefight between troops and the terrorists is on. pic.twitter.com/6SGDfIjaPX
— Shubham Sharma (@Shubham_fd) July 8, 2024
सुरक्षाबलों की प्रतिक्रिया:
- सेना ने तुरंत इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की निंदा की और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
- उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अतिरिक्त जानकारी:
- यह जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद दूसरा आतंकी हमला है।
- इस घटना ने सुरक्षा में चूक के सवाल खड़े कर दिए हैं।
सेना का सर्च ऑपरेशन जारी
सुरक्षाबलों को शक है कि आसपास के इलाके में आतंकी छिपे हो सकते हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों ने कठुआ में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्होंने एक्स प्लेटफॉर्म पर ट्वीट शेयर करते हुए लिखा कि आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन चल रहा है। हमारे जवान इलाके में शांति बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।