Lok Sabha Election 2024 : अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया, बिना उनका नाम लिए। उन्होंने कहा कि वह किसी भी ऐसे व्यक्ति के पक्ष में नहीं खड़े हो सकते जो राज्य में उन्हें और उनकी पार्टी को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहता है। इस बयान के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने इंडिया ब्लॉक के सत्ता में आने के बारे में ममता बनर्जी को गठबंधन का हिस्सा बनने की संभावना बताई, लेकिन उन्होंने कोई निर्णय लेने वाले अधीर रंजन चौधरी का उल्लेख नहीं किया।
अधीर रंजन ने ममता के सिद्धांतों पर जताई निंदा
जब उन्हें मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान के बारे में पूछा गया, तो अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “मैं उस व्यक्ति के पक्ष में नहीं बोल सकता जो मुझे और हमारी पार्टी को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहता है। यह हर कांग्रेस कार्यकर्ता की लड़ाई है। मैंने उनसे बात की है।” चौधरी ने कहा कि उनका विरोध ममता बनर्जी के सिद्धांतों के खिलाफ है, न कि उनके व्यक्तिगत हित या अहित से। उन्होंने कहा, “मेरे पास उनसे कोई व्यक्तिगत द्वेष नहीं है। लेकिन मैं उनकी राजनीतिक नैतिकता पर सवाल उठाता हूं।” यह जानकारी है कि अधीर रंजन चौधरी बहरामपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और 2019 में इस सीट से जीत हासिल की थी।
ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले एक जनसभा में कहा था कि वह केंद्र में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने पर उसे बाहर से समर्थन देगी। इस बयान पर अधीर रंजन चौधरी ने टिप्पणी की, कहते हुए कि ममता बनर्जी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वह भाजपा के साथ भी जा सकती हैं। जब इस विषय पर मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा गया, तो उन्होंने संवाददाताओं को कहा कि ममता बनर्जी गठबंधन के साथ हैं और उन्होंने हाल ही में सरकार में शामिल होने का ऐलान किया है। अधीर रंजन चौधरी नहीं फैसला लेंगे, बल्कि यह फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके समर्थकों के पास होगा, और जो सहमत नहीं होंगे, वे अपने रास्ते जाएंगे।
कांग्रेस के हित के लिए हमेशा बोलता रहूंगा – चौधरी
अधीर रंजन चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने पुरुलिया, बांकुरा और झाड़ग्राम में लेफ्ट दलों को बदनाम करने के लिए माओवादियों की मदद ली और फिर उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया। चौधरी ने कहा, “मैं नहीं चाहता कि बंगाल कांग्रेस यूनिट का उनके (ममता बनर्जी) निजी एजेंडे के लिए इस्तेमाल किया जाए और फिर संगठन को खत्म कर दिया जाए। अगर खड़गे जी मेरे विचारों के खिलाफ बोलते हैं, तो मैं राज्य में जमीनी स्तर पर कांग्रेसियों के लिए बोलना जारी रखूंगा।” इस बारे में यह जानकारी है कि राज्य में टीएमसी और बीजेपी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन में लड़ रहे हैं।