नई दिल्ली। आरबीआई से मिली हरी झंडी के बाद भी Paytm की परेशानी कम नहीं हुई। पहले पेटीएम पेमेंट्स बैंक को झटके के बाद अब खबर मिल रही हैं कि कंपनी को UPI बाजार में भी झटका लगा हैं। मार्केट में कभी टॉप पर रहने वाली इस ऑनलाइन पेमेंट्स बैंक को अब बड़ा झटका लगा हैं। जिसका फायदा बाजरा में इसके प्रतिद्वंदी गूगल और फोन पे समेत अन्य कंपनी को हुआ हैं।
चार सालों सबसे खराब प्रदर्शन
पेटीएम की मूल कंपनी one97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (OCL) ने बताया की मार्च में कंपनी द्वारा यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के मार्केट शेयर में नौ प्रतिशत की गिरावट देखी गई। ज्ञात हो कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजे आंकड़ों में कंपनी के प्रदर्शन का यह पिछले चार वर्षों में सबसे निचला स्तर है।
सबसे कम ट्रांजेक्शन वॉल्यूम
2023 में पेटीएम का मार्केट में नौ प्रतिशत हिस्सेदारी थी, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा कंपनी के पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के व्यावसायिक संचालन पर रोक लगाने के बाद कंपनी की हिस्सेदारी घटकर 11 प्रतिशत हो गई हैं। वहीं जब अप्रैल 2020 में NPCI ने UPI ऐप ट्रांजेक्शन वॉल्यूम शेयर करना शुरू किया था उसके बाद कंपनी की ट्रांजेक्शन वैल्यू मार्केट शेयर में 6.7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई हैं।
paytm की ट्रांजेक्शन वॉल्यूम से दूसरे कंपनी को फायदा
पेटीएम का के लगातार गिरते ट्रांजेक्शन वॉल्यूम से उसके प्रतिद्वंदी गूगल और फोन पे समेत अन्य कंपनी को हुआ हैं। एक तरफ जहां पेटीएम का ट्रांजेक्शन वॉल्यूम कम हो रहा है,वहीं फोन पे की हिस्सेदारी में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई हैं।