विनेश के फैसले पर भड़के ताऊ, तो ससुर राजपाल ने दिया साथ, भाई ने कुश्ती को लेकर कही बड़ी बात

Vinesh Phogat: विनेश फोगाट के चाचा उनके राजनीति में आने के फैसले से खुश नहीं हैं। हालांकि, विनेश के ससुर ने अपनी बहू के फैसले का स्वागत किया है। वहीं, विनेश के चचेरे भाई ने उनके कुश्ती करियर को लेकर बड़ी बात कही है।

Vinesh Phogat

Vinesh Phogat: हरियाणा के चरखी दादरी के बलाली गांव के फोगट परिवार में राजनीति और कुश्ती का चोली-दामन का साथ है। इस परिवार ने विनेश फोगट, गीता फोगट और बबीता के रूप में अंतरराष्ट्रीय पहलवान दिए हैं, वहीं 30 वर्षीय विनेश फोगट राजनीति में प्रवेश करने वाली परिवार की नई सदस्य हैं।

शुक्रवार दोपहर को Vinesh Phogat कांग्रेस में शामिल हो गईं। और शाम को पार्टी ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा से टिकट दे दिया। हालांकि, विनेश फोगट के कांग्रेस में शामिल होने के फैसले से उनके चाचा महावीर फोगट खुश नहीं दिख रहे हैं। द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता महावीर फोगट ने विनेश के राजनीति में आने पर कहा कि या तो विनेश कुश्ती लड़ें या फिर भाजपा में शामिल हों।

‘विनेश में अभी बहुत कुश्ती बाकी है’

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महावीर फोगट ने हाल ही में बलाली दौरे पर Vinesh Phogat से कहा था कि उन्हें कुश्ती पर ध्यान देना चाहिए। और चार साल बाद होने वाले ओलंपिक में पदक जीतने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विनेश में अभी भी बहुत कुछ बाकी है और उन्हें खेल पर ध्यान देना चाहिए।

महावीर फोगट ने दावा किया है कि राजनीति में आने का फैसला विनेश का अपना फैसला है। इस बारे में उनसे सलाह नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि विनेश फोगट को इस उम्र में राजनीति में आना चाहिए। अगर उन्हें राजनीति में आना ही था तो उन्हें भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए था, उन्हें वहां से भी टिकट मिल जाता।

विनेश की हार पर खाना नहीं बना

इस बीच, विनेश फोगट के चचेरे भाई दुष्यंत फोगट ने कहा है कि आने वाले दिनों में वह विनेश फोगट को समझाएंगे और हो सकता है कि वह अगले ओलंपिक में खेलती नजर आएं। उन्होंने कहा कि विनेश के पदक न जीत पाने से पूरा हरियाणा निराश है, कितने घरों में खाना नहीं बना, लेकिन हम विनेश को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए राजी करने का प्रयास करेंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, महावीर फोगट ने कहा कि उन्होंने राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है। इसलिए वह विनेश फोगट के लिए प्रचार नहीं करेंगे। आपको बता दें कि महावीर फोगट की बेटी बबीता फोगट ने 2019 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन चुनाव हार गई थीं। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता बबीता फोगट दादरी से चुनाव लड़ी थीं। उनके छोटे भाई सज्जन फोगट जननायक जनता पार्टी के चरखी दादरी के जिला अध्यक्ष हैं।

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महावीर फोगट पर भड़के राजपाल सिंह

महावीर फोगट की बेटी संगीता फोगट के पति बजरंग पुनिया भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। ओलंपिक पदक विजेता पुनिया को कांग्रेस ने अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।

Vinesh Phogat की शादी पहलवान सोमवीर राठी से हुई है। राठी जुलाना के गढ़वाली खेड़ा गांव से ताल्लुक रखते हैं। विनेश फोगट के ससुर राजपाल सिंह ने महावीर फोगट के बयान पर कहा कि यह मेरे परिवार का मामला है, इसलिए उन्हें किसी बात पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उनकी बेटी बबीता खुद राजनीति में हैं। हमें खुशी है कि कांग्रेस ने जुलाना से विनेश को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया है। सेना से रिटायर्ड राजपाल सिंह 2000 से 2005 तक गांव के सरपंच रहे।

आपको बता दें कि महावीर फोगट की पत्नी दया कौर दो बार गांव की सरपंच रह चुकी हैं। दया कौर 1995 से 2000 और फिर 2011 से 2016 तक गांव की सरपंच रहीं। महावीर फोगट खुद इंडियन नेशनल लोकदल के सक्रिय सदस्य रहे हैं। बाद में वे जेजेपी में शामिल हो गए। जेजेपी के बाद महावीर फोगट 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में चले गए।

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