Julian Assange: अमेरिका को हिलाकर रखने वाले विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को आखिरकार ब्रिटिश हाई कोर्ट ने जमानत दे दी है, जिससे वे एक विशेष विमान से ऑस्ट्रेलिया चले गए। Juulian Assangjee ने विकीलीक्स के माध्यम से अमेरिका और दुनिया भर में कई गुप्त बातें उजागर कीं। असांजे पिछले पांच साल से छोटी जेल में बंद थे। जूलियन असांजे की रिहाई के लिए विश्वव्यापी अभियान के बाद अमेरिकी सरकार को पीछे हटना पड़ा।
जासूसी के केस में
विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को 24 जून, 2024 को ब्रिटेन की एक अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया गया। वे पांच साल से अधिक समय से लंदन की बेलमार्श जेल में अमेरिकी प्रत्यर्पण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे।
असांजे को अमेरिका में जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था, जिसके चलते उन्हें 17 साल तक जेल की सजा हो सकती थी। असांजे पर आरोप है कि उन्होंने 2010 में अमेरिकी सेना और खुफिया एजेंसियों द्वारा अफगानिस्तान और इराक में किए गए सैन्य अभियानों से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक कर दी थी।
JULIAN ASSANGE IS FREE
Julian Assange is free. He left Belmarsh maximum security prison on the morning of 24 June, after having spent 1901 days there. He was granted bail by the High Court in London and was released at Stansted airport during the afternoon, where he boarded a…
— WikiLeaks (@wikileaks) June 24, 2024
काफी लंबे समय से थी मांग
रिहाई को उनके समर्थकों द्वारा एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है, जो लंबे समय से उनकी मुक्ति की मांग कर रहे थे। उनका मानना है कि असांजे को केवल इसलिए निशाना बनाया गया था क्योंकि उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों को उजागर किया था। असांजे ने खुद को एक मुखबिर और पत्रकार करार दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने जो जानकारी लीक की थी, वह जनता के हित में थी।
असांजे की रिहाई पर अमेरिका की प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है। यह देखा जाना बाकी है कि क्या अमेरिका असांजे के खिलाफ आरोपों को आगे बढ़ाएगा या नहीं।
BREAKING: WikiLeaks Founder Julian Assange boards a plane after being released from prisonpic.twitter.com/7XuCBYkLat
— ALX 🇺🇸 (@alx) June 25, 2024
असांजे की रिहाई के मुख्य बिंदु:
- असांजे को 24 जून, 2024 को लंदन की एक अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
- उन्हें अमेरिका में जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
- अमेरिका उन्हें 17 साल तक जेल की सजा सुना सकता था।
- असांजे ने 2010 में अमेरिकी सेना और खुफिया एजेंसियों द्वारा अफगानिस्तान और इराक में किए गए सैन्य अभियानों से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक कर दी थी।
- उनके समर्थकों का मानना है कि उन्हें केवल इसलिए निशाना बनाया गया था क्योंकि उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों को उजागर किया था।
- असांजे खुद को एक मुखबिर और पत्रकार करार देते हैं।
- यह देखा जाना बाकी है कि क्या अमेरिका असांजे के खिलाफ आरोपों को आगे बढ़ाएगा या नहीं।
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