नई दिल्ली। नई संसद भवन में आज से कार्यवाही शुरू हो गई है. संसद के निम्न सदन यानी लोकसभा में मोदी कैबिनेट के मंत्री अर्जुन मेघवाल द्वारा महिला आरक्षण बिल पेश किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बिल को नारी शक्ति अधिनियम का नाम दिया है. हालांकि लोकसभआ में बिल पेश होने पर विपक्ष ने हंगामा जमकर हंगामा काटा. विपक्षी सासंदों का कहना है कि बिल को बिना सर्कुलेट किए कैसे पेश किया गया.
लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
19 सितबंर को गणेश चतुर्थी के खास मौके पर पुराने संसद के कामकाज को नए संसद भवन में पूरी तरह शिफ्ट किया गया. इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी सभी सांसदों के साथ पुरानी संसद से नए संसद तक पैदल पहुंचे. इसके अलावा 128वां संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा पेश किया. लेकिन विपक्ष ने इसको लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया. अब लोकसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
#WATCH | In the Rajya Sabha of the new Parliament building, PM Narendra Modi says, "Today is a memorable as well as a historic day…" pic.twitter.com/fxjHzuTN1Y
— ANI (@ANI) September 19, 2023
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विपक्षी सांसदों ने इस बात पर सदन में काटा हंगामा
सरकार द्वारा महिला आरक्षण बिल पेश करने विपक्ष ने आरोप लगाया कि इसको बिना सर्कुलेट किए पेश किया गया है. इसका जवाब देते हुए कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बिल को वेबसाइट पर पहले ही अपलोड किया जा चुका है. लेकिन विपक्ष का कहना है कि बिल को जब संसद में पेश किया जाता है तो उसकी कॉपी पहले सांसदों को देना जरूरी होता है. इसी बात को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया.
लोकसभा में 181 हो जाएगी महिला सांसदों की संख्या
गौरतलब है कि गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर लोकसभा में महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया. इस बिल का नाम नारी शक्ति वंदन विधेयक रखा गया है और पीएम मोदी इसे नारी शक्ति अधिनियम कहा. 2 बजकर 12 मिनट पर ये लोकसभा में पेश हुआ, अभी लोकसभा में सिर्फ 82 महिला सांसद हैं, लेकिन राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद बिल जब कानून बन जाएगा, तब लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 181 हो जाएगी.